GAYA : भेड़ों के बालों से तैयार कंबल लोगों को ठंड में राहत प्रदान करती है। लेकिन विश्व प्रसिद्ध बोधगया स्थित रामपुर में मंगलवार को देर रात लगभग 150 भेड़ों कि मौत हो गई है। उनकी मौत का कारण ठंड और ओला को बताया जा रहा है। खुले में होने के कारण वह इसकी चपेट में आ गए और एक साथ सभी मौत के शिकार हो गए। इस घटना के बाद से रामपुर गांव के भेड़ पालकों के बीच में काफी दुखी का माहौल बना है। अब इन भेड़ों के पालकों के सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
सरकार ने नहीं की मदद
वहीं बुनकर संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार पाल ने बताया कि इन लोगों का भेड़ों से ही जीविकोपार्जन होता था। लेकिन इस तरह कि घटना से अब मृत भेड़ों के मालिकों को रोजी रोटी खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि हमलोग कई बार सरकार से पशु शेड कि मांग किया था,लेकिन सरकार हमलोग को शेड नहीं दिया,आज लगभग 150 भेड़िए कि मौत हो गई है और भेड़ पालकों का रोजगार खत्म हो गया है।
सरकार दे मुआवजा
बुनकर संघ अध्यक्ष राजेश पाल ने कहा कि अब हमलोग सरकार से उचित मुवावजे की मांग कर रहे है। क्योंकि मंगलवार को रात हुई इस घटना में विमल पाल का 25 भेड़, महेंद्र पाल का भेड़ आदित पाल का 30 भेड़ बिनोध पाल का 50 भेड़ और पहलाद भगत का 10 भेड़ की मौत हो गई है। जिसमे सभी से मिलाकर लगभग 5 से 6 लाख की क्षति हुई है। जिसका हम गरीब पाल लोग उचित मुवावजा कि मांग करते हैं।