शेखपुरा : सडांध मारती सिस्टम और सरकारी बाबुओं के मानवीय संवेदनाओं के मर जाने की कहानी कहती ये तस्वीर है बिहार के शेखपुरा जिले की, जहांं सदर अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पीड़ित पिता को बेटे की लाश ढोने पर मजबूर कर दिया. बेवस पिता अस्पताल से एम्बुलेंस व्यवस्था करने के लिए प्रार्थना करता रहा लेकिन प्रबंधन के कानों पर जू तक नहीं रेंगा.
जिसके बाद पिता को मजबूरन अपने बेटे की लाश को कंधे पर ढोने के लिए विवश होना पड़ा. अंततः अस्पताल के इर्द गिर्द खड़ी निजी एम्बुलेंस को भारी पैसा देकर बेटे की लाश को घर ले जाना पड़ा.
हालांकि मृतक के भाई ने कोशिश की मोटरसाईकिल के सहारे अपने भाई की लाश को लेकर घर चले जाएं लेकिन 12 वर्ष के संजू कुमार का शरीर बिल्कुल निढ़ाल हो चुका था जिसे संभालना मुश्किल था. बता दें कि मृतक शेखपुरा सदर प्रखंड के जमालपुर मोहल्ला निवासी दिलीप शर्मा का 12 वर्षीय पुत्र संजू कुमार था.
मामले में सिविल सर्जन से पूछे जाने पर उन्होंने कहा की उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने जांच का सरकारी भरोसा जरुर दे दिया.
शेखपुरा से धर्मेन्द्र की रिपोर्ट