PATNACITY : दुनिया के कई देशों में कोरोना ने तहलका मचा रखा है. बिहार की बात करें तो यहाँ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 15 हज़ार के पार हो गयी है. इससे बचाव के लिए किये गए लॉक डाउन की वजह से सभी स्कूल कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया गया है.
राजधानी पटना में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच प्राइवेट स्कूल के शिक्षक अब आर्थिक तंगी से जूझने लगे हैं. बता दें कि कोरोना महामारी के बीच लागू किये गए लॉक डाउन में सबसे ज्यादा असर शिक्षण संस्थानों पर ही पड़ा है. 3 महीने बीत जाने के बाद भी शिक्षण संस्थान बंद पड़े हुए है. जिससे शिक्षक अब आर्थिक तंगी से परेशान है.
इस मामले को लेकर आज पटनासिटी के चौकशिकारपुर इलाके में बिहार प्राइवेट टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले शिक्षक धरना पर बैठ गए है. जहां शिक्षकों का कहना था कि कोरोना महामारी से शिक्षण संस्थान बंद होने से प्राइवेट शिक्षकों पर संकट गहरा गया है.
शिक्षकों के आय का स्रोत बंद होने से आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. जिसके कारण कई शिक्षक डिप्रेशन में आकर खुदकुशी भी कर चुके है. शिक्षकों ने बिहार सरकार से मांग किया है जब तक शिक्षण संस्थान बंद है. तब तक प्राइवेट शिक्षकों को आर्थिक मदद की जाए. ताकि उनके भी परिवार का भरण पोषण हो सके.
पटनासिटी से रजनीश की रिपोर्ट