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बीजेपी अब नीतीश कुमार को ढोने को तैयार नहीं...देखना होगा मोदी जी किस अंदाज में मुख्यमंत्री का ऑपरेशन करते हैं ?

बीजेपी अब नीतीश कुमार को ढोने को तैयार नहीं...देखना होगा मोदी जी किस अंदाज में मुख्यमंत्री का ऑपरेशन करते हैं ?

PATNA: बीजेपी –जेडीयू के रिश्तों में आई तल्खी के बाद राजद को बोलने का मौका मिल गया है।पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि अब जो स्थिति दिख रही है उसके अनुसार बीजेपी अब नीतीश कुमार को ढोने को तैयार नहीं है। अब देखना होगा कि पीएम मोदी किस अंदाज में मुख्यमंत्री का ऑपरेशन करते हैं।

शिवानंद तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश का पंद्रहवां वर्ष शुरू होने जा रहा है. लेकिन इस बीच नीतीश जी अपनी छवि या काम के बदौलत अपने बलबुते मुख्यमंत्री बनने लायक ताक़त नहीं बना पाए. अब भाजपा उनको ढोने को तैयार नहीं दिख रही है. नीतीश जी के विषय में एक बात बहु प्रचलित है. वे बात को भूलते नहीं हैं. बोलने वाले को कभी न कभी ठिकाना लगा ही देते हैं. नरेंद्र मोदी जी के विषय में भी यही प्रचलित है. अब देखना है कि मोदी जी किस अंदाज से ‘ऑपरेशन’ करते हैं।

भाजपा नीतीश कुमार पर अचानक आक्रामक क्यों हो गई है? यह आक्रामकता क्या बग़ैर ऊपर के इशारे के मुमकिन है ! इस बीच क्या परिवर्तन हो गया कि भाजपा के मंत्री से विधायक तक नीतीश कुमार पर हमलावर दिखाई दे रहे हैं ! भाजपा के लोग दावा कर रहे हैं कि विगत लोक सभा चुनाव में बिहार में भी जीत के पीछे नीतीश जी की छवि नहीं बल्कि मोदी जी का चेहरा था. इस दावे को ग़लत भी नहीं कहा जा सकता. विगत लोक सभा चुनाव संभवत: पहला ऐसा चुनाव था जिसमें नीतीश जी की ओर से चुनाव घोषणा पत्र नहीं छापा गया. चुनाव अभियान में भी नीतीश जी की सभा तुलनात्मक ढंग से छोटी होती थी. उनके भाषण का भी ज़्यादा हिस्सा मोदी जी के गुणगान में ही होता था.

ऐसे में उत्साह में लबरेज़ भाजपा जब अपने मूल एजेंडों को लागू करने का अभियान चला रही है तो नीतीश जी का बेसुरा राग उसे ग्राह्य नहीं हो रहा है. चाहे वह तीन तलाक़ का मामला हो या अनुच्छेद 370 को हटाने का या फिर नागरिक रजिस्टर तैयार करने का. हालांकि तीन तलाक़ हो या अनुच्छेद 370, भाजपा को उनके विरोध से ज़्यादा असुविधा नहीं हो, नीतीश जी ने इसका ख़्याल रखा. विरोध में भाषण तो कराया लेकिन मतदान के समय अपने लोगों से बहिर्गमन करवा कर भाजपा के लिए सुविधा की स्थिति ही प्रदान कर दी थी.



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