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शिवानंद तिवारी ने गिरिराज सिंह पर साधा निशाना, कहा- अल्पसंख्यकों के खिलाफ जहर उगलने वालों को मंत्रिमंडल से बाहर रखें पीएम

शिवानंद तिवारी ने गिरिराज सिंह पर साधा निशाना, कहा- अल्पसंख्यकों के खिलाफ जहर उगलने वालों को मंत्रिमंडल से बाहर रखें पीएम

PATNA : आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बिना नाम लिए प्रज्ञा ठाकुर और गिरिराज सिंह जैसे नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कल राजग के सांसदों को संबोधित करते हुए कुछ अच्छी बातें कहीं है। अगर उन पर अमल होता है तो यह देश के लिए बहुत शुभ होगा।

शिवानंद तिवारी ने कहा कि कसौटी अल्पसंख्यको के मन से डर को निकालने के संदर्भ में बनाई जा सकती है। डर वाली बात सही है। डर का लाभ उठाकर वोटबैंक के रूप में उनका इस्तेमाल किया जाता है प्रधानमंत्री जी के इस आरोप में भी दम है। लेकिन यह डर किन से है? कौन लोग उनको डरा रहे हैं? अपने संबोधन में उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है. 

शिवानंद ने कहा कि मुझे लगता है कि अल्पसंख्यकों के मन में डर की बड़ी वजह समाज में उनके विरूद्ध फैलाई जा रही नफ़रत से है। कौन फैला रहा है नफ़रत ? क्या प्रधानमंत्री जी को यह बतलाने की ज़रूरत है। हद तो यह है कि क़ब्र से निकालकर इनकी महिलाओं के साथ बलात्कार करेंगे, यहाँ तक कहा गया है ! किसने यह कहा है, प्रधानमंत्री जी को यह भी बताने की ज़रूरत है क्या ? दफ़्न के लिए तीन गज ज़मीन चाहिए तो वंदेमातरम कहना होगा ! प्रधानमंत्री जी की मंत्रीमंडल में शामिल एक सदस्य ऐसा कहते हैं। ऐसा कहने का साहस इनमें कहाँ से आता है।ऐसा इसलिए कि उनको लगता है कि प्रधानमंत्री जी ऐसी भाषा पसंद करते हैं। वे ग़लत भी नहीं हैं। ऐसा ही बोलते मंत्री बन गए। दंगे के आरोपी भी मंत्रिमंडल में शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने अपने भाषण में कल जो कुछ कहा है उसके प्रति वे वाक़ई गंभीर हैं और उनको सक्रिय और सगुण रूप देना चाहते है तो उसकी शुरूआत दो छोटे क़दमों से वे कर सकते हैं। पहला प्रज्ञा ठाकुर को अपने दल से बाहर निकाल कर और दूसरा अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ ज़हर उगलने वाले सदस्यों को मंत्रिमंडल से बाहर रखकर। ये दो छोटे क़दम बड़ा संदेश देंगे और प्रधानमंत्री जी अल्पसंख्यकों को वोटबैंक से मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। इसी रास्ते उस ओर भी बढ़ा जा सकता है जिसकी ओर चलने के लिए हमारा संविधान निर्देश देता है।

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