पटना : पिछले कुछ महीनों से राजनीति से दूर बना चुके शिवानंद तिवारी ने एक बार फिर से बयानों के जरिए सूबे की सियासत में एंट्री की है. शिवानंद तिवारी ने एक बार फिर से सीएम नीतीश पर बीजेपी की मदद करने का आरोप लगाया है.
नीतीश ने की बीजेपी की मदद
शिवानंद तिवारी ने एनआरसी के मुद्दे को धरते हुए सीएम नीतीश कुमार को घेरने की कोशिश की है. एनआरसी मुद्दे पर शिवानंद तिवारी ने कहा है कि तीन तलाक कानून तथा संविधान के अनुच्छेद 370 पर जिस प्रकार नीतीश कुमार ने अपना विरोध जताया क्या उसी तरीके से वो एनआरसी का विरोध करेंगे. शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश जी की पार्टी के सांसदों ने भाषण तो जरूर विरोध में किया. लेकिन जब पक्ष विपक्ष में वोट डालने का अवसर आया तो उन्होंने सदन का बहिर्गमन कर दिया. इस प्रकार उपरोक्त दोनों अवसरों पर अप्रत्यक्ष ढंग से नीतीश जी ने भाजपा की मदद ही की थी.
NRC के विरोध में उतरे शिवानंद
नागरिकता संशोधन विधयेक हमारे संविधान की आत्मा का हनन करता है। साथ ही इस विधेयक के विरोध में देश की उत्तरी पूर्वी सीमा पर स्थित सभी आठ राज्योंके नागरिक मोदी सरकार के विरुद्ध बग़ावत की मुद्रा में हैं. पाँच हज़ार किमी से ज़्यादा लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर का यह इलाक़ा है. जबकि उन्हीं में एक अरुणाचल प्रदेश पर तो चीन की नाजायज दावेदारी है. शिवानंद तिवारी ने यह भी कहा है कि जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी इतिहास.