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शिया अनाथालय का किया गया उद्घाटन, अनाथ बच्चों को मुफ्त में दी जाएगी शिक्षा

शिया अनाथालय का किया गया उद्घाटन, अनाथ बच्चों को मुफ्त में दी जाएगी शिक्षा

Patna :  बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराए गए कर्नल कल्बे अली खां एवं स्टेट नियर पत्थर की मस्जिद पटना की जमीन पर नवनिर्मित शिया यतीमखाने का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया.  इसका उद्घाटन शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरशाद अली आजाद ने किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोर्ड के सदस्य सैयद एस एम शमीम रिजवी, सैयद वासिफ हुसैन एडवोकेट एवं प्रशासी पदाधिकारी सैयद आरिफ रजा शामिल हुए. विशिष्ट अतिथि के रूप में मौलाना सैयद असद रजा और मौलाना सैयद शाह हसीन अहमद ने शिरकत फरमाई जबकि मौलाना सैयद तहजीबुल हसन रिजवी, रांची ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और बाबर नदीम इलाहाबाद ने मंच संचालन किया.

अपने भाषण में श्री आजाद ने कहा कि बिहार में मदरसे तो कई हैं, लेकिन यतिमों के लिए खास तौर से कोई शिया यतीमखाना अब तक बिहार में नहीं बना था, जिसकी कमी पूरी हो गई है. यतीमखाना के निर्माण के दौरान कई तरह की कठिनाइयां पेश आई मगर उसे हल कर लिया गया. अब यतीमखाना बनकर तैयार हो चुका है परंतु अगर कोई अन्य परेशानी आएगी तो बोर्ड अपनी ओर से हर संभव सहायता करेगा. इस अवसर पर मौलाना सैयद तहजीब उल हसन ने अध्यक्ष को एक मेमोरेंडम पेश किया जिसमें यतीमखाना को सुचारू रूप से चलाने तथा यतीम बच्चों की आवश्यकता की चीजों की सूची पेश की जिसे अध्यक्ष ने कबूल करते हुए उसी वक्त ऐलान भी कर दिया कि सूची में जो भी चीजें दर्ज हैं उन्हें शीघ्र ही बोर्ड द्वारा उपलब्ध करा दिया जाएगा.

 मौलाना तहजीब उल हसन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में बताया कि इस यतीमखाना का निर्माण अलईमान फाउंडेशन नजफी हाउस, मुंबई द्वारा वित्तीय सहायता राशि से किया गया है तथा इसके विस्तार में भी इसी संस्था द्वारा सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी. भवन निर्माण में लगभग डेढ़ साल का समय लग गया मगर आज यह बनकर तैयार हो चुका है. यतीम बच्चों के खान-पान एवं उनकी शिक्षा के लिए जहां तक संभव हो सकेगा मैं काम करता रहूंगा यह अवाम की धरोहर है जिसके लिए जन स्तर पर जो भी सहायता करना चाहे कर सकते हैं. लॉक डाउन के कारण यतीमखाना में बच्चों के नामांकन की प्रक्रिया चालू नहीं हो पा रही है लेकिन जैसे ही स्थिति सामान्य होगी काम शुरू कर दिया जाएगा

 यतीमखाने में वित्तीय रूप से कमजोर और शिक्षा प्राप्त करने की चाहत रखने वाले यतीम बच्चों को रखकर उनकी पूरी जिम्मेदारी उठाई जाएगी और उन्हें धार्मिक एवं आधुनिक शिक्षा दिलाई जाएगी. बच्चों को अच्छे अंग्रेजी स्कूल में पढ़ाया जाएगा और अच्छे कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी. उनके रहने, खाने-पीने और शिक्षा के मैदान में आगे बढ़ने के लिए पूर्ण रूप से हर संभव सहायता की जाएगी। यतीमखाना एलिया वेलफेयर सोसाइटी पटना दकी देख रेख में संचालित की जाएगी. हमें आशा है कि जैसे यह निर्माण कार्य पूरा हुआ है वैसे ही यतीमखाना में बच्चों की पढ़ाई का सिलसिला भी जल्दी शुरू हो जाएगा.

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