N4N Desk: ये कहानी है दिन में नौकरी और रात को जाग-जागकर पढ़ाई करने वाले श्याम बाबू की है. श्याम बाबू को जब यह खबर मिली कि वो UPPCS परिक्षा पास कर गए है तो इस खुशी में वह अपनी मां से इतना ही कह पाए कि ‘ माई तोहार बेटा अधिकारी बन गइल। हमके दोसर नोकरी मिल गइल ह, एहसे अच्छा’। पिता धर्मनाथ को पहले से पता था कि बेटा नौकरी के साथ PCS की तैयारी कर रहा है और उसका रिजल्ट आने वाला है। उन्होंने खबर सुनी तो खुब खुश हुए।
श्याम बाबू प्रयागराज में पुलिस हेडक्वार्टर पर कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। वह दिन में ड्यूटी करते थे और रात में पढ़ाई। उनकी यह मेहनत रंग लाई UPPCS 16 की परिक्षा में वह 52वीं रैंक पाकर उत्तीर्ण हुए। जिले की बैरिया तहसील के एक छोटे से गांव इब्राहिमाबाद गांव के श्यामबाबू पीसीएस 2016 की परिक्षा में 52वीं रैंक पाकर अब अधिकारी बन गए हैं। श्याम बाबू पिछले 14 सालों से उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं।
श्याम बाबू 2005 में जब 19 साल के थे तभी उनका सिलेक्शन यूपी पुलिस में हो गया था, और फिलहाल वो प्रयागराज हेडक्वार्टर में पोस्टेड हैं. अपनी वर्तमान नौकरी पर संतोष न करते हुए उन्होंने बड़ा सपना देखा और उसे साकार करने के लिये पुलिस की नौकरी के दौरान ही 2009-10 से अधिकारी बनने के लिये परिक्षा की तैयारी शुरू कर दी। 2013 में एमए पास करने के बाद वह इसमें और अधिक गम्भीरता से लग गए।
श्याम बाबू ने 2016 मार्च के महीने में पीसीएस प्री की परिक्षा दी। सितम्बर में मेंस का एग्जाम दिया, जिसका रिजल्ट नवंबर 2018 में आया। 10 दिसम्बर को इंटरव्यू हुआ था, जिसमें उनसे पुलिस महकमे की कमियों को लेकर सवाल किया गया। जिसके जवाब में उन्होंने पुलिस महकमे में फोर्स की कमी के अलावा कर्मचारियों की मूलभूत सुविधाओं के बारे को रेखांकित करते हुए जवाब दिया था। श्याम बाबू पुलिस की नौकरी भी करते रहे और साथ में उनकी अधिकारी बनने की तैयारी भी जारी रही.