पटना. बिहार के समस्तीपुर में अपराधी बेखौफ हैं, उनके मन में कानून और पुलिस का कोई भय नहीं है। यहां के सदर अनुमंडल क्षेत्र में हथियारबंद बदमाशों ने आईडीबीआई बैंक को लूटने का प्रयास किया, लेकिन एसआईएस के सिक्युरिटी गार्ड रमेश चन्द्र झा एवं बैंककर्मियों की सतर्कता से लूट का प्रयास नाकाम हो गया। घटना समस्तीपुर-मुसरीघरारी पथ पर नगर थाना क्षेत्र स्थित आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) की है।
सूचना मिलने पर वहां पहुंची पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान करने में जुट गई है। मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को आधा दर्जन की संख्या में अपराधी बैंक में अचानक घुस आए और उन्होंने बैंक को लूटने का प्रयास किया। बैंक की सुरक्षा में तैनात एसआईएस के सिक्युरिटी गार्ड रमेश चंद्र झा उर्फ बाबा ने लुटेरों को रोका तो उनके बीच हाथापाई शुरू हो गई।
अपराधियों ने गार्ड के सिर पर पिस्टल की बट मार कर उसे जख्मी कर दिया। इस दौरान बैंक के कैशियर ने अलार्म बजा दिया, जिससे अपराधी घबरा गए और वहां से भागने को मजबूर हो गए। लेकिन जाते-जाते अपराधियों के द्वारा बैंक के अंदर गोलीबारी की गई। घटना के संदर्भ में बैंक मैनेजर संतोष कुमार ने बताया कि छह अपराधी बैंक के अंदर प्रवेश किया था, लेकिन वो कैश लूटने में नाकाम रहे। पुलिस ने यहां एक जिंदा कारतूस, दो खोखा और अपराधियों का एक पिस्टल बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) हृदय कांत ने बताया कि अपराधियों के द्वारा लूटने का प्रयास किया गया। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पूरे जिले में नाकेबंदी कर छापामारी शुरू कर दी गई है। इस मामले का जल्दी खुलासा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चलता है कि कुछ अपराधी पहले हेलमेट पहन कर बैंक के अंदर प्रवेश करते हैं, साथ ही बैंक के अंदर से दो-तीन ग्राहक बाहर निकलते हैं। वहां खड़े दो अपराधी हथियारों के बल पर बैंक के भीतर से निकले ग्राहकों को अपने कब्जे में लेने का प्रयास करते हैं। बैंक के अंदर अपराधियों को देख कर गार्ड के द्वारा उनसे हाथापाई होती है और गोलियां चलती हैं। इसके बाद अफरा-तफरी का माहौल हो जाता है।
एसआईएस समूह के मुख्य परिचालन अधिकारी विनय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कंपनी के सुरक्षा गार्ड के सूझबूझ से बैंक लूट होने से बच गया। कंपनी को अपने सभी सुरक्षाकर्मी एवं सुरक्षा अधिकारी पर गर्व है। कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी सतीश राजू ने कहा की हमारे सभी सुरक्षाकर्मी को बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है कि आपदा एवं विपदा की स्थिति में अपना धैर्य न खोते हुए साहस का परिचय देते है।