GOPALGANJ : भाई को आत्महत्या के लिए मजबूर करनेवालों की गिरफ्तारी के लिए एक बहन पिछले एक माह से थाने के चक्कर लगा रही है। बहन का कहना है कि उसके भाई ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। मौत से पहले उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर करनेवालों के नाम भी बताए थे। यह नोट पुलिस के पास मौजूद है, लेकिन इसके बाद भी अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।
13 मई का है मामला
मामला बरौली थाना के मथुरापुर गांव से जुड़ा है. जहां पिछले 13 मई को एक युवक का शव उसके घर के कमरे से फंदे से लटका हुआ पुलिस ने बरामद किया था साथ ही पुलिस ने उसके शव के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया जिसमें रंजू नाम की एक महिला को सुसाइड के लिए दोषी ठहराने का जिक्र था। इस मामले में परिजनों ने रंजू देवी समेत 3 लोगों को आरोपी बनाते हुए स्थानीय थाना में लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई थी लेकिन घटना के 1 माह बीत जाने के बाद भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण मृतक के भाई बहन एसपी दरबार में पहुंचे और अपने भाई को न्याय दिलाने की मांग करने लगे। वहीं एसपी द्वारा जल्द कार्यवाई का आश्वासन दिया गया।
चार बच्चों की मां है रंजू
दरअसल बरौली थाना क्षेत्र के मथुरापुर ग़ांव निवासी धर्म राज प्रसाद के 22 वर्षीय बेटा नन्हे कुमार राजस्थान में रहकर किसी फैक्ट्री में काम करता था। इसी बीच परिजनों का कहना है कि वर्ष 2015 -16 से ही चार बच्चो की मां चचेरी भाभी से प्यार करता था। आरोप है कि उसने मृतक को अपने प्रेम जाल में फंसा कर उसका कमाई का सारा पैसा ले लिया करती थी। मामला सामने आने के बाद रंजू के परिवार के लोगो द्वारा 8 मई को मारपीट किया गया और साथ ही साक्ष्य मिटाने के लिए रंजू ने उसके मोबाइल को छीन लिया और तोड़ दिया। जिसमें उसके खिलाफ़ काफी सबूत थे। इसके अलावे दो दिनों में गम्भीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी।
इसी बीच 13 मई को रंजू देवी द्वारा पुलिस को नन्हे की मौत के बारे में जानकारी दी। सूचना पाकर पहुँची पुलिस ने उसका शव घर के कमरे से फंदे से लटका हुआ बरामद किया। पुलिस एक सुसाइड नोट भी बरामद किया जिसमें लिखा था कि रंजू देवी के कारण उसने सुसाइड किया है। एसपी आनंद कुमार के पास पहुँची मृतक के बहन रेखा कुमारी ने कहा कि मेरे भाई के साथ 4 बच्चे की मां चचेरी भाभी रंजू के साथ गलत संबंध था।
उसने बताया कि भाई द्वारा कमाए गए सभी पैसा रंजू ही ले लिया करती थी।उसने बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को रंजू ने ही दी थी उसे कैसे पता कि उसकी मौत हो गई है। घटना के एक माह हो गए लेकिन अभी तक मामले का उद्भेदन पुलिस नहीं कर पाई और ना ही रंजू को गिरफ़्तार किया गया।