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राम मंदिर के निर्माण में नवादा के सीतामढ़ी की मिट्टी का होगा उपयोग, प्रखंडवासियों में उत्साह

राम मंदिर के निर्माण में नवादा के सीतामढ़ी की मिट्टी का होगा उपयोग, प्रखंडवासियों में उत्साह

NAWADA : अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर 5 अगस्त को मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जायेगा. इसके निर्माण के लिए अलग अलग जगहों से मिट्टी लायी जाएगी. इसी कड़ी में बिहार के नवादा जिला स्थित मेसकौर प्रखंड के सीतामढ़ी के माँ जानकी मंदिर के परिसर का मिट्टी और कुंड का निर्मल जल का उपयोग किया जाएगा. बताया जाता है की इस मंदिर का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने किया था. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह   पावन पुण्य भूमि श्रीरामचंद्र जी के प्रसंग से कही ना कही जुड़ा है. 

बताया जा रहा है की ऐसा ग्रंथों में भी उल्लेख है कि जब माता सीता का निर्वासन हुआ था. तब वे इस पावन धरा पर आई थी. यही लव कुश जन्म हुआ था. जब अश्वमेध यज्ञ हुआ था तो यज्ञ का अश्व यही जंगल में घूमते हुए आया था और लव कुश के द्वारा पकड़ कर राम को चुनौती दिया गया था. सीतामढ़ी के मिट्टी और निर्मल जल मंदिर निर्माण में शामिल होने को लेकर प्रखंडवासी काफी उत्साहित है. विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ता अनुज कुमार, राम कुमार विद्यार्थी, अनिकेत कुमार, अशोक कुमार आदि ने तैयारियां शुरू कर दी है. बताया जा रहा है की यहाँ से कुछ लोग अयोध्या भी जा सकते है. इसको लेकर विहिप एवं बजरंग दल के कार्यकर्ता काफी उत्साहित है. उनका कहना है की प्रभु श्री राम चरणों के धूल हमारे लिए चंदन है. 

आपको बताते चलें कि बिहार के नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड का सीतामढ़ी गांव यूं तो जगत जननी माता सीता की निर्वासन स्थली और लव-कुश की जन्मस्थली के रूप में विख्यात है. लेकिन यह गांव एक अलग मायने में अनोखा है. संभवत: यह देश का पहला गांव होगा, जहां अलग-अलग जातियों के एक दर्जन से अधिक मंदिर एक ही स्थान पर मौजूद हैं. 

सबसे खास बात यह है कि मंदिर में किसी के प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है और आज तक कभी किसी जाति के लोगों में यहां तकरार जैसी नौबत नहीं आयी है. जातिगत मंदिरों के साथ एक अच्छा पहलू यह जुड़ा है कि यहां उसी जाति के पुजारी होते हैं. मंदिर सिर्फ पूजा के ही काम नहीं आता बल्कि यहां सामाजिकता का भी बखूबी निर्वहन किया जाता है. सामाजिक सम्मेलन आपसी पहचान को मजबूती देने के काम आता है.

नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट 

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