पटना. ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी पर सोमवार को अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में जोरदार हंगामा हुआ. खालिस्तान समर्थक समूह ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए और कई लोगों के हाथो में जरनैल भिंडरावाले के पोस्टर भी दिखे. वहीं सिख संगतों को संबोधित करते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने विवादित बयान दिया. उन्होंने सिखों से आधुनिक हथियारों की ट्रेनिंग लेने की अपील की.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तमाम पुलिस फोर्स की तैनाती के बावजूद सैकड़ों लोग गोल्डन टेंपल के प्रवेश द्वार तक पहुंच गए. हाथों में तलवारें लहराते हुए खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए. पुलिस के मुताबिक अमृतसर की सुरक्षा में करीब सात हजार जवान तैनात किए गए हैं. जिसमें अर्धसैनिक बल की चार कंपनियां भी शामिल हैं. इसके अलावा दरबार साहिब की ओर जाने वाली बाहरी गाड़ियों पर रोक लगा दी गई लेकिन फिर भी कुछ लोग दरबार साहिब के प्रवेश द्वार तक पहुंच गए और खालिस्तान समर्थक नारे लगाए.
इस बीच, ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने संदेश में ईसाई प्रचार पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि गांवों में ईसाई धर्म प्रचार में जुटा हुआ है, जो चिंता का विषय है. उन्होंने सिख प्रचार कमेटियों व संस्थाओं को गांवों व खासकर बॉर्डर एरिया में जाकर सिख धर्म का प्रचार करने की बात कही. उनका कहना था कि सिखों का धर्म में मजबूत होना बहुत जरूरी है. अगर सिख धर्म मजबूत होगा तो वह आर्थिक व सामाजिक तौर पर भी मजबूत हो जाएंगे.
गौरतलब है कि आज ही के दिन साल 1984 में भारतीय सेना ने ऑपरेशन ब्लू स्टार के तहत स्वर्ण मंदिर में प्रवेश किया . यह ऑपरेशन भिंडरावाले और अन्य हथियारबंद आतंकियों को ढेर करने के लिए शुरू किया गया था, जो मंदिर परिसर में छिपे हुए थे. इस ऑपरेशन में सेना को सफलता तो मिली, लेकिन कई आम नागरिकों की भी मौत हो गई थी.