PATNA: बिहार विधानसभा की कुढ़नी सीट पर हो रहे उप चुनाव में महागठबंधन ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। राजद विधायक अनिल सहनी की सदस्यता खत्म होने के बाद अब उप चुनाव हो रहे हैं. वैसे तो कुढ़नी राजद की सीटिंग सीट है, लेकिन इस उप चुनाव में तेजस्वी यादव ने यह सीट सहयोगी जेडीयू के लिए छोड़ दी है। नीतीश कुमार के आग्रह पर लालू प्रसाद ने यह सीट जदयू को दे दिया है। जेडीयू ने वहां से पूर्व विधायक मनोज कुशवाहा को उतारने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद बीजेपी ने जेडीयू प्रत्याशी की तस्वीर जारी कर घेरा है। बीजेपी ने जेडीयू के प्रत्याशी को शराबी बताया है।
बीजेपी ने जेडीयू कैंडिडेट को बताया शराबी
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने पूर्व विधायक व जेडीयू के प्रत्याशी मनोज कुशवाहा की एक तस्वीर को जारी किया है। बीजेपी का दावा है कि पूर्व विधायक शराब का सेवन कर रहे. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा है कि महागठबंध ने गोपालगंज में शराब व्यवसाई को टिकट दिया. अब कुढनी में शराबी को ही उतार दिया है. यह है नीतीश कुमार का चाल, चरित्र और चेहरा।
जेडीयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में महागठबंधन नेताओं की मौजूदगी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने महागठबंधन कैंडिडेट का ऐलान किया। पिछले दो विधानसभा चुनावों की बात करें तो जिधर जेडीयू होती है उनके कैंडिडेट हारते रहे हैं. 2015 में जेडीयू-राजद का गठबंधन होने के बाद भी जेडीयू वो सीट गवां दी थी. वहीं 2020 में जेडीयू का भाजपा से गठबंधन था. इसके बाद भी बीजेपी कैंडिडेट की हार हो गई थी।
मनोज कुशवाहा पर जेडीयू ने लगाया दांव
विधानसभा की कुढ़नी सीट से जेडीयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा होंगे। विस चुनाव 2020 में राजद कैंडिडेट अनिल सहनी ने बीजेपी प्रत्याशी केदार गुप्ता को महज 712 मतों से पराजित किया था। राजद कैंडिडेट को 78549 मत मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी को 77837 वोट । इस तरह से इस चुनाव में जेडीयू का सहयोग मिलने के बाद भी बीजेपी कैंडिडेट की हार हो गई थी। वहीं तीसरे नंबर पर रहे रालोसपा कैंडिडेट रामबाबू सिंह को 10 हजार 7 मत मिले थे।
2015 में जेडीयू-राजद साथ-साथ थे, फिर भी बीजेपी की हुई थी जीत
2015 विधानसभा चुनाव की बात कर लेते हैं. 2015 के चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का लालू प्रसाद की पार्टी राजद से गठबंधन था। कुढ़नी सीट जेडीयू के खाते में गई थी. राजद का सहयोग मिलने के बाद भी जेडीयू वो सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी थी। जैसे 2020 के चुनाव में जेडीयू का साथ मिलने के बाद बीजेपी कैंडिडेट जीतने में कामयाब नहीं हो सके थे। 2015 में बीजेपी के कैंडिडेट केदार गुप्ता को 73227 मत मिले थे. वहीं जेडीयू के मनोज कुमार सिंह(कुशवाहा) को 61657 मत मिले थे। इस तरह से 11570 मतों से जेडीयू कैंडिडेट मनोज सिंह की हार हो गई थी.
उप चुनाव में 2015 वाले राजनीतिक हालात
2022 उप चुनाव में एक बार फिर 2015 वाली स्थिति है। बीजेपी के साथ इस बार सिर्फ लोजपा है. नीतीश कुमार अब तेजस्वी यादव के साथ हैं. जेडीयू ने मनोज कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है। राजद समेत महागठबंधन के साथी मनोज कुशवाहा को जीताने की कोशिश करेंगे. वहीं बीजेपी अपने पुराने कैंडिडेट केदार गुप्ता पर दांव लगायेगी या किसी दूसरे कैंडिडेट को उतारती है, यह अब तक साफ नहीं हो सका है।