PATNA: बिहार में 25 दिनों से सरकार नहीं बैठी है। सरकार के नहीं बैठने से नया कोई काम नहीं हो पाया है। 29 अप्रैल से लेकर अब तक नीतीश कुमार ने कैबिनेट की मीटिंग नहीं की। इतने लंबे अंतराल तक मंत्रिपरिषद की बैठक नहीं बुलाये जाने से तरह-तरह के राजनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं। वहीं नीतीश कैबिनेट में जेडीयू कोटे के मंत्री ने कहा है कि एजेंडा के आधार पर कैबिनेट मीटिंग होती है। एजेंडा रहेगा तो मीटिंग बुलाई जायेगी।
एजेंडा रहेगा तो होगी कैबिनेट मीटिंग
नीतीश कुमार के खास ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि है कि कैबिनेट की बैठक बुलाना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। उन्होंने कहा कि एजेंडा के हिसाब से कैबिनेट की बैठक होती है. एजेंडा रहेगा तो बैठक होगी, यह मुख्यमंत्री का विशषाधिकार है. अभी कैबिनेट बैठक निर्धारित नहीं हुई है, निर्धारित होगी तो पता चल जायेगा. इस तरह से मंत्री ने साफ कर दिया कि एजेंडा नहीं रहने की वजह से कैबिनेट की मीटिंग नहीं बुलाई गई है। श्रवण कुमार ने कहा कि कैबिनेट मीटिंग नहीं बुलाने का और कोई दूसरी वजह नहीं है।
अमूमन हर मंगलवार होती है कैबिनेट मीटिंग
जानकार बताते हैं कि कोरोना काल को छोड़ दें तो इतने लंबे अंतराल तक कैबिनेट की बैठक न हो, ऐसा नहीं हुआ है। वैसे मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाना सीएम का विशेषाधिकार है। वे जब चाहें मीटिंग बुला सकते हैं और निर्णय ले सकते हैं।