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विधायकों को सिपाहियों ने पीटाः 4 महीने बाद केवल 2 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, विस अध्यक्ष बोले- वीडियो फुटेज से हुई पहचान

विधायकों को सिपाहियों ने पीटाः 4 महीने बाद केवल 2 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, विस अध्यक्ष बोले- वीडियो फुटेज से हुई पहचान

PATNA: बिहार विधानसभा से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। विधानसभा के मॉनसूत्र सत्र शुरू होने से पहले अध्यक्ष ने बड़ी कार्रवाई की है। विपक्षी विधायकों की पिटाई करने वाले दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। जिन अधिकारियों का पिटाई करते वीडियो सामने आया था उन पर कार्रवाई की गई है। विस अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बताया कि दो सिपाहियों को विधायकों से दुर्व्यवहार मामले में सस्पेंड किया गया है। हालांकि इतने बड़े मामले में सिपाहियों पर ठीकरा फोड़ने पर तरह-तरह के सवाल भी खड़े होने लगे हैं. 

दो सिपाहियों पर फोड़ा ठीकरा

बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि जिसने जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार किया वैसे कर्मियों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई है। दो सिपाहियों को चिन्हित किया गया। इसके बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित सिपाहियों में सिपाही संख्या 4756 शेष नाथ प्रसाद और 5204- रंजीत कुमार. अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बताया कि वीडियो फुटेज के आधार पर दोनों को चिन्हित किया गया और तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। 

विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बताया कि सदन के अंदर सभी सदस्य जनता का विश्वास ले कर आते हैं . 23 मार्च 2021 को एक खास विधयेक पर विरोध प्रकट किया गया। विपक्षी विधायकों द्वारा अमर्यादित व्यवहार किया गया .विधान सभा अध्यक्ष के गेट को बंद किया गया था।इसके बाद मार्शल के रूप में अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। वैसे अतिरिक्त पुलिस बल हमेशा बुलाई जाती है। जो सदस्य बेल में थे  हमने उन्हें ससम्मान बाहर करने का आदेश दिया था .उन्होंने कहा कि मेरा चैंबर बंद था और बाहर की तस्वीर नहीं देख पाया था। बाद में हमने सीटीटीवी फुटेज और मीडिया फुटेज देखा। व्हाइट लाइन के बाहर एक सदस्य की पिटाई की गई जो बिल्कुक ही गलत था।  हमने DGP को कार्रवाई करने का निर्दश दिया था.

 बता दें कि पिछले बजट सत्र के दौरान 23 मार्च को विधानसभा में विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के बीच अध्यक्ष ने पटना डीएम-एसपी को बुला लिया था। इस दौरान सदन में पुलिस की इंट्री हुई थी। बाहर से आये अधिकारियों ने अध्यक्ष का घेराव कर रहे विपक्षी विधायकों की पिटाई की थी। वीडियो सामने आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने जांच के आदेश दिये थे।

तीन महीने बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पत्र लिखकर विस अध्यक्ष से सवाल पूछा था। उन्होंने कहा था कि इतने दिन बाद भी विधायकों की पिटाई करने वाले अधिकारियों पर क्या कार्रवाई हुई। ऐसे में मॉनसून सत्र में सदन में जाने से विपक्षी विधायक डर रहे हैं। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने तेजस्वी के पत्र का जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि किसी विधायक को सदन में आने से डरने की जरूरत नहीं है,गलत वाले डरेंगे। 

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