PURNEA : बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतरी के कई दावे किये जाते हैं। लेकिन कर्मियों की वजह से विभाग के दावे की पोल खुल जाता है। इसी कड़ी में जिले में स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। स्थानीय लोगों ने बताया की पुर्णिया के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर हमेशा नदारद रहते हैं। यहां के डॉक्टर प्रमोद कुमार प्रभाकर बीते कई दिनों से आए ही नहीं हैं।
ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य केंद्र फार्मासिस्ट के बदौलत चलता है। नज़ारा ऐसा की आप भी चौंक जायेंगे। एएनएम बताती हैं कि डॉक्टर साहब 4 दिन पहले आखरी बार आए थे। यहां मरीज़ को आपातकाल में डॉक्टर की जगह फार्मासिस्ट दवा देकर भेज देते हैं। जबकि सरकार से मोटा तनख्वाह उठाने वाले डॉक्टर का अता पता नहीं रहता है। फार्मासिस्ट की माने तो वो डॉक्टर की गैर हाज़री में खुद के तज़ुर्बे से दवा देते हैं।
डॉक्टर की मौजूदगी पर कहते हैं कि कभी कभी आ जाते हैं। ज्यादातर समय गायब ही रहते है। इस मामले में सिविल सर्जन एस के वर्मा ने बताया कि वे इस मामले में जांच करेंगे। गौरतलब है कि इस केंद्र की कई वर्षों से शिकायत आती रही है। कई पर कार्रवाई के नाम पर ट्रांसफर हुआ तो कई की गलती दिखी ही नहीं।
पूर्णिया से तहजीब की रिपोर्ट