NEWS4NATION DESK : कोरोना ने पूरी दुनिया में त्राहिमाम मचा रखा है। एक ओर जहां इसके संक्रमण से लोग काल के गाल में समा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इसके संक्रमण से बचाव को लेकर किय़े गये लॉकडाउन ने लोगों को बड़ी मुसीबत में डाल रखा है।
आलम यह है कि एक ओर जहां लॉकडाउन की वजह से रोजी-रोजगार बंद होने से भूखो मरने के कगार पर पहुंच गये है। वहीं लोगों के परिवार के सदस्य किसी अन्य जगह फंसे हुए। उनसे मुलाकात नहीं होने की वजह से लोग डिप्रेशन के शिकार हो रहे है सुसाइड जैसा बड़ा कदम उठा रहे है।
एक ऐसा ही मामला यूपी के कानपुर से सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग ने पिछले कई दिनों से बेटे से मुलाकात नहीं होने से इतने परेशान हुए कि उन्होंने सातवीं मंजिर से कूदकर अपनी जान दे दी।
जिले के में नवाबगंज के अमन पटेल कांपलेक्स अपार्टमेंट में एक बुजुर्ग ने सातवीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि बीते कुछ समय से लॉकडाउन की वजह से विदेश में रह रहे पुत्र से न मिलने की वजह से काफी दिनों से डिप्रेशन में चल रहे थे। लगातार प्रयास करने के बावजूद भी अपने बेटे से न मिल पाए, जिसकी वजह से अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी।
अपार्टमेंट के लोगों के अनुसार 70 वर्षीय मृतक रजत गुप्ता इंश्योरेंस कंपनी में अधिकारी के पद से रिटायर हुए थे और रिटायरमेंट के बाद वह अपनी पत्नी सुनीता के साथ अपार्टमेंट के सातवें तल पर रहते थे। उनका इकलौता बेटा विदेश की किसी कंपनी में काम कर रहा था। जो पिछले डेढ़ वर्षो से अपने पिता से मिलने नहीं आया था. बेटे की याद में वह तनाव में रहने लगे थे।
नवाबगंज थाना के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पड़ोसियों के अनुसार वह बेटे की याद में तनाव में रहने लगे थे और उसके बाद पिछले 2 महीने से लॉकडाउन की वजह से उसके बेटे ने आने के दौरान मना कर दिया, जिससे वह और तनाव में चले गए। यही तनाव उसकी मौत का कारण बन गया।
उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड और अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।