AYODHYA : एक तरफ जहां अयोध्या में राम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम चल रहा था, वहीं दूसरी तरफ जी नेटवर्क और सोनी ग्रुप के बीच 10 अरब डॉलर की डील टूट गई है। इस बात की जानकारी खुद जी के एमडी पुनित गोयनका ने दी है।
गोयनका (Punit Goenka) को ये खबर तब मिली, जबकि वे राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या में थे और वहीं से उन्होंने एक्स प्लेटफॉर्म पर इसकी जानकारी शेयर की है. उद्योगपति ने कहा, 'यह प्रभु की ओर से मिला एक संकेत है। बता दें कि जी और सोनी के बीच दो साल पहले मर्जर की घोषणा हुई थी। लेकिन जी के निवेशकों के द्वारा इस डील को मंजूरी नहीं दी गई। जिसके कारण यह डील अटकी हुई थी।
इस बड़ी डील के टूटने की खबर अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पहुंचे Zee MD पुनित गोयनका ने अपनी एक्स पोस्ट के जरिए दी. उन्होंने लिखा कि जैसे ही मैं प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर आज सुबह-सुबह अयोध्या पहुंचा, मुझे एक मैसेज मिला कि जिस डील की कल्पना करने और काम करने में मैंने दो साल बिताए, वह विफल हो गया।
गोयनका बोले- हमने पूरी कोशिश की
पुनीत गोयनका (Punit Goenka) ने आगे लिखा, 'मैंने इस डील को सफल बनाने के लिए अपने सर्वोत्तम और सबसे ईमानदार प्रयास किए, लेकिन इसके बावजूद ये सफल नहीं हो सकी. मेरा मानना है कि यह प्रभु से मिला एक संकेत है.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं सकारात्मक रूप से आगे बढ़ने और भारत की अग्रणी M&E कंपनी को उसके सभी हितधारकों के लिए मजबूत करने की दिशा में काम करने का संकल्प लेता हूं, जय श्री राम.
आज सुबह सोनी ग्रुप ने की डील खत्म करने की घोषणा
बता दें कि सोमवार 22 जनवरी 2024 को सुबह जापान के सोनी ग्रुप ने Zee के साथ 10 अरब डॉलर की मर्जर डील को समाप्त करने की घोषणा की और आधिकारिक तौर पर जी एंटरटेनमेंट को टर्मिनेशन लेटर भेजा है. जी की ओर से बाजार नियामक को इसकी जानकारी शेयर की गई है।
सोनी ने मांगा हर्जाना
सोनी की ओर से इस मर्जर को रद्द करने के बाद अब Zee ने कानूनी कार्रवाई करने का संकेत भी दिया है. सोनी कॉर्प की ओर से बताया गया है कि वह जी एंटरटेनमेंट से 90 मिलियन डॉलर या करीब 748 करोड़ रुपये से ज्यादा की टर्मिनेशन फीस मांग कर रही है, क्योंकि कंपनी ने समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया है. वहीं दूसरी ओर सोनी की ओर से किए जा रहे इस तरह के दावों को जी एंटरटेनमेंट की ओर से सिरे से खारिज किया गया है।
Zee-Sony Merger का ऐलान साल 2021 में किया गया था. जी ने जापान के Soni Corp की सहायक कंपनी सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ विलय का ऐलान किया था. लेकिन क्रेडिटर्स की आपत्तियों सहित अन्य कारणों से ये विलय पूरा नहीं हो सका.