DESK : कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से लालू प्रसाद के दामाद तेज प्रताप यादव के नाम की घोषणा करने के बाद उन्हें बेटिकट कर खुद प्रत्याशी बनने का फैसला किया था। अब हरियाणा में भी ऐसा ही कुछ हुआ है। यहां गुड़गांव सीट से लालू प्रसाद के समधी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव टिकट पानेवालों में बड़े दावेदार थे। लेकिन कांग्रेस ने उनकी जगह राज बब्बर को टिकट दे दिया।
पार्टी में इस तरह से दरकिनार किए जाने के बाद कैप्टन अजय सिंह यादव ने अपना दर्द सोशल मीडिया पर बयां किया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया है कि हरियाणा में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को निपटाने की साजिश रची है। हालांकि, टिकट नहीं मिलने के बावजूद भी अजय सिंह यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी का साथ देने की घोषणा की है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अजय सिंह यादव ने एक पोस्ट में लिखा है- "मैं राष्ट्रीय नेतृत्व के फैसले का पालन करूंगा। लेकिन हरियाणा प्रदेश के कुछ कांग्रेस नेताओं ने वरिष्ठ नेताओं को निपटाने की एक गहरी साजिश रची है। मैं कांग्रेस के लिए काम कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा।" गुड़गांव लोकसभा सीट पर 25 मई को छठे चरण में मतदान होना है जिसके लिए 6 मई तक नामांकन का काम चलेगा।
कौन हैं अजय सिंह यादव, क्या है लालू प्रसाद से रिश्ता
अजय सिंह यादव गुड़गांव लोकसभा सीट के तहत आने वाली नौ विधानसभा सीटों में एक रेवाड़ी विधानसभा से लगातार पांच बार चुनाव जीते हैं और हरियाणा सरकार में मंत्री रहे हैं। 1991 से 2004 तक लगातार जीते अजय सिंह यादव 2014 में चुनाव हार गए थे। लेकिन 2019 में उनके बेटे और लालू के दामाद चिरंजीव राव ने कांग्रेस के लिए यह सीट दोबारा जीत ली। चिरंजीव लालू यादव की बेटी अनुष्का के पति हैं और काफी समय से कांग्रेस में सक्रिय हैं।