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एसपी की योजना में फंस गए साइबर ठग, स्थानीय थाने की पुलिस को भी नहीं मिली जानकारी

एसपी की योजना में फंस गए साइबर ठग, स्थानीय थाने की पुलिस को भी नहीं मिली जानकारी

शेखपुरा। साइबर क्राइम का गढ़ बनते जा रहे जिले में पुलिस कप्तान की योजना में  फंसकर पांच शातिर ठग पुलिस की गिरफ्त में आ गए। एसपी कार्तिकेय के दिशा निर्देश में हुई इस कार्रवाई को स्थानिय थाने के किसी पुलिस कर्मी को भी कोई जानकारी नहीं हुई और न ही संबंधित थाने से किसी पुलिसकर्मी को कार्रवाई का हिस्सा बनाया गया। अब लोग एसपी की कार्रवाई की जितनी तारीफ कर रहे हैं, वहीं यह सवाल भी उठने लगा है कि क्यों स्थानिय पुलिस पर एसपी महोदय ने भरोसा नहीं जताया था।

मामले में मिली जानकारी के अनुसार  जिले के शेखोपुर सराय थाना क्षेत्र अंतर्गत कबीरपुर गांव से हत्या एवं साइबर ठगी के मामले में पांच अपराधी को बुधवार को छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि हत्या के आरोपी रंजीत कुमार यादव को एक देसी पिस्टल व दो गोली  के साथ छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही साइबर ठगी के मामले में मनोज यादव, लल्लू कुमार ,सोनू कुमार, विकास कुमार को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही देसी पिस्टल, गोली, एक स्कॉर्पियो एक मोटरसाइकिल के साथ-साथ विभिन्न बैंक के एटीएम कार्ड और बहुत सारे मोबाइल फोन को भी बरामद किया गया है। 

सादे लिबास में पहुंचे पुलिसकर्मी

इस कार्रवाई में शातिर बदमाशों से जुड़ी कोई खबर लीक न हो, इसके लिए पुलिस कप्तान ने पूरी योजना बनाई और जिले के दूसरे थानों में कार्यरत दो एसआई और महिला पुलिस को सादे लिबास में कार्रवाई के लिए भी भेजा। इस दौरान शेखोपुर पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई और वहां से किसी को भी टीम में शामिल नहीं किया। जिसका परिणाम यह हुआ कि हत्या और साइबर ठगी के शातिर अपराधी पुलिस की चाल में फंस गए। इस कार्रवाई के बारे में एसपी ने कहा कि इस साइबर नेटवर्क पर पुलिस की नजर है। जल्द ही इससे जुड़े अन्य आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया है।

पुराने एसपी की आ गई याद

 जिस तरह से शेखपुरा जिले में साइबर क्राइम का गढ़ बनता जा रहा है जिसको नए पदस्थापित पुलिस कप्तान कार्तिकेय शर्मा ने चैलेंज के रूप में लेते हुए इसके जड़ को खंगालना शुरू कर दिया है। लोगों ने अब बाबूराम एसपी से उनकी तुलना शुरू कर दी है। यहां चाहे शराब माफिया हो या साइबर क्राइम हो या और भी कानून को ठेंगा दिखाने वाले में भय व्याप्त है अब लोग को पुलिस प्रशासन कब है दिखने लगा है

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