PATNA : 21 अक्टूबर को बिहार विधान सभा परिसर में आयोजित होनेवाला शताब्दी समारोह ऐतिहासिक, भव्य और विराट हो। उसमें बिहार विधान सभा के सभी सदस्यगण निश्चित रूप से सहभागी बनें और कार्यक्रम को अपनी शत-प्रतिशत उपस्थिति से यादगार बनायें। इस कार्यक्रम के आयोजन से पूरे भारत में लोकतंत्र की जड़े और मजबूत हों तथा एक नया और साकारात्मक संदेश जाये। यह हमलोगों का सौभाग्य है कि हमलोगों के समय 2021 में ही बिहार विधान सभा भवन का सौ वर्ष पूरा हुआ है। इस सौ साल की अवधि में विधान सभा भवन बिहार में हुये कई साकारात्मक बदलाव का मूर्त्त अमूर्त्त गवाह रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शताब्दी स्तंभ का शिलान्यास करेंगे और बोधि वृक्ष लगायेंगे।
इस कार्यक्रम की सफलता के लिए आपका सुझाव एक बेहतर मार्गदर्शक बनेगा। इसमें आपसबों को गवाह नहीं भागीदार बनना है। हमलोगों को यह मौका मिलना एक सुखद संयोग और गौरव की बात है। इस कार्यक्रम की लाइव वेबकास्टिंग होगी तथा ट्वीटर तथा फेसबुक पर भी इसका लाइव प्रसारण होगा ताकि अधिकाधिक लोग इस कार्यक्रम को देख सकें। कार्यक्रम में बिहार विधान सभा के सदस्य / पूर्व सदस्य बिहार से लोकसभा / राज्यसभा के सदस्य / पूर्व सदस्य सहित कई गणमान्य सदस्य इस अवसर के साक्षी होंगे। यह बातें आज बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहार विधान सभा भवन शताब्दी समारोह की तैयारियों के क्रम में बिहार विधान सभा के मुख्य भवन के प्रथम तल पर स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित बिहार विधान सभा की विभिन्न समितियों के सभापतियों के साथ बैठक में कही। वि.स. अध्यक्ष ने इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों से कार्यक्रम की तैयारियों के सिलसिले में कई पहलुओं पर विमर्श किया और सुझाव भी प्राप्त किया।
मौके पर बिहार विधान सभा के विभिन्न समितियों के सभापति जीतन राम मॉझी, हरिनारायण सिंह, प्रेम कुमार, नरेन्द्र नारयण यादव, सुरेन्द्र प्रसाद यादव, राम नारयण मंडल, विनोद नारायण झा दामोदर रावत, कृष्ण कुमार ऋषि, अजित शर्मा, शमीम अहमद, अशोक कुमार चौधरी, सुदामा प्रसाद, चंद्रहास चौपाल तथा अरुणा देवी एवं अनिता देवी उपस्थित थे।
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट