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विधानसभा स्पीकर ने विधायकों को चेताया, 'हु-हा' किया तो सदन से बाहर निकाल देंगे, सख्त रूख के बाद चुप हो गये माननीय

विधानसभा स्पीकर ने विधायकों को चेताया,  'हु-हा' किया तो सदन से बाहर निकाल देंगे, सख्त रूख के बाद चुप हो गये माननीय

PATNA: बिहार विधानसभा में तीसरे दिन भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। इसके बाद  बिहार अभियंत्रण विवि विधेयक 2021पास किया गया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 23 मार्च को सदन में हुए विवाद पर सदन में बोल रहे थे। इस दौरान कुछ विधायकों ने हो-हल्ला और एक-दूसरे पर कमेंट करने लगे। इस पर विस अध्यक्ष विजय सिन्हा गुस्से में लाल हो गये। शोर-गुल कर रहे विधायकों को चेताते हुए स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि हो-हाल करिएगा तो सदन से बाहर कर देंगे। किसी ने भी इस तरह की हरकत की तो बर्दाश्त नहीं करेंगे। विस अध्यक्ष के सख्त रूख के बाद बो-हल्ला कर रहे विधायक चुप हो गये।  

विपक्ष का प्रस्ताव गिरा

 बिहार अभियंत्रण विवि विधेयक 2021 में संशोधन का विपक्ष का प्रस्ताव गिर गया है.सत्ता पक्ष ने राज्यपाल के नाम पर वोट न कर मुख्यमंत्री के नाम पर वोट किया। दरअसर, बिहार अभियंत्रण विवि विधेयक 2021 में  विपक्ष ने यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति के तौर पर राज्यपाल की बजाए मुख्यमंत्री को बनाने पर संशोधन का प्रस्ताव दिया था.तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्ष ने सदन में प्रस्ताव रखा कि मुख्यमंत्री की जगह राज्यपाल को ही कुलाधिपति रहने दिया जाए. लेकिन सत्ता पक्ष ने राज्यपाल के नाम के प्रस्ताव के नाम पर वोटिंग नहीं किया बल्कि मुख्यमंत्री के नाम पर वोटिंग किया। इस तरह से विपक्ष का प्रस्ताव सदन में गिर गया। 

विपक्ष की मांग के बाद स्पीकर विजय सिन्हा ने विस में वोटिंग कराई। वोटिंग के दौरान संशोधन प्रस्ताव के पक्ष में कुल 89 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 110 वोट.यानी सत्ता पक्ष की जीत हुई। राज्यपाल के नाम का संशोधन प्रस्ताव गिर गया। इस तरह से बिहार विस में सत्ता पक्ष को 21 वोटों से जीत मिली। संशोधन प्रस्ताव रखते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार अभियंत्रण विवि विधेयक 2021 में मुख्यमंत्री को कुलाधिपति बनाया जा रहा है। जबकि राज्यपाल को कुलाधिपति होना चाहिए। हम वोटिंग चाहते हैं,देखते हैं कि सत्ता पक्ष राज्यपाल के नाम पर वोटिंग करती है या अपने मुख्यमंत्री के नाम पर। लेकिन सत्ता पक्ष ने राज्यपाल के नाम का संशोधन प्रस्ताव के विपक्ष में वोटिंग किया। इस तरह से विपक्ष का प्रस्ताव 21 मतों से गिर गया। 

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