बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेल व शारीरिक शिक्षा महत्वपूर्ण, शारीरिक शिक्षकों के प्रशिक्षण में बोलीं परियोजना निदेशक

PATNA: बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेल व शारीरिक शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। यही कारण है कि शिक्षा के साथ किसी भी स्तर के पाठ्यक्रम में खेल, योग एवं शारीरिक शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यें बातें बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् की अपर राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी ने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षकों के तृतीय बैच के प्रशिक्षण कार्यक्रम के आखिरी दिन प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करने के दौरान कहीं।
प्रशिक्षण के अंतिम दिन सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाणपत्र बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् की अपर राज्य परियोजना निदेशक श्रीमती किरण कुमारी ने प्रदान किया। पाटलिपुत्र स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स, कंकड़बाग में चल रहे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे बैच में दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गया, गोपालगंज और सारण जिला के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शारीरिक शिक्षा शिक्षक भाग लिया। तीसरे बैच का प्रशिक्षण कार्यक्रम 14 से 16 जुलाई तक चला।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शारीरिक शिक्षा, योग एवं खेल से संबंधित जानकारियों के अलावा कम से कम साधन एवं सुविधाओं में इन विषयों को ज्यादा से ज्यादा बच्चों को जोड़ा जाए। प्रशिक्षण के अंतिम दिन शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह के द्वारा उनके अनुभवों के आधार पर हमारे खुशहाल व स्वस्थ जीवन के लिए कैसा हो अनुशासित जीवन शैली पर आधारित प्रेजेंटेशन हेल्दी लाइफ: हूं डजंट वाटंस इट (Healthy life: Who doesn't want it) को विशेष रूप दिखाते हुए उसके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रशिक्षक (ट्रेनर) सह कार्यक्रम का संचालन कर रहे बापू स्मारक महिला उच्च विद्यालय के शारीरिक शिक्षा शिक्षक सह एन आई एस एथलेटिक्स प्रशिक्षक अभिषेक कुमार ने सबों का स्वागत किया। इस अवसर पर यूनिसेफ के कंसल्टेंट निशांत, धर्मवीर, सुमन, प्रशिक्षक मृत्युंजय, डब्लू आदि उपस्थित थे।