PATNA : राजधानी पटना में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर डीआईजी के फरमान को थानेदार हवा में उड़ा दे रहे हैं। सेंट्रल रेंज के डीआईजी ने पुलिस सिस्टम में सुधार को लेकर कई आदेश जारी किए थे। लेकिन उन आदेशों की हवा निकल गई है। पटना डीआईजी के कई आदेश पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं।
कुछ समय पहले डीआईजी ने सभी थानों में पी आर ओ सिस्टम लागू किया था। दरअसल डीआईजी की तरफ से हर थाने में एक रिस्पांस ऑफिसर के तैनाती का आदेश दिया गया था। PRO को जिम्मा दिया गया था कि वह थाने आने वाले हर शख्स के साथ बात करेगा और उनकी परेशानी को सुनेगा और जरूरत पड़ने पर उसके आवेदन को भी लिखेगा। पीआरओ लगातार 24 घंटे काम करेगा। इसके जिम्मे हर आने वाले शख्स की समस्या को जानना और उसे संबंधित अधिकारी तक पहुंचाना था। लेकिन कुछ ही महीनों के बाद पटना में पी आर ओ सिस्टम फेल कर गया ।
ग्रेडिंग सिस्टम भी हुआ फेल
अब दूसरे आदेश की बात करें, डीआईजी ने हर थानों की ग्रेडिंग सिस्टम को लागू किया था। लेकिन वह सिस्टम भी पूरी तरह से फेल साबित हुआ। पटना डीआईजी राजेश कुमार ने हर महीने थानों की ग्रेडिंग करने का निर्णय लिया था, बाद में इसका अंतराल 3 महीने कर दिया गया। शुरुआत में इस सिस्टम को फॉलो किया गया ।कई थानों के कामकाज और कार्रवाई के आधार पर उन्हें ग्रेड दिया गया था। डीआईजी के इस आदेश के बाद राजधानी के थानों में हड़कंप मच गया था। शुरुआत में कार्रवाई भी हुई थी और बेहतर काम करने वाले थानेदारों को डीआईजी ने पुरस्कृत भी किया था।साथ ही फेल साबित होने वाले थानेदारों पर कार्रवाई भी हुई थी।
ग्रेडिंग सिस्टम के आधार पर सिर्फ एक बार कार्रवाई और पुरस्कार मिला। उसके बाद यह सिस्टम भी फेल कर गया।
अब डीआईजी ने एक और आदेश दिया है एंटी क्राइम टीम के गठन का। लेकिन खबर है कि डीआईजी के इस आदेश को भी हवा में उड़ाने की कोशिश जारी है। भले ही डीआईजी ने एंटी क्राइम टीम के गठन का आदेश दिया हो लेकिन उनके आदेश पर अब तक अमल नहीं हुआ है।
विवेकानंद की रिपोर्ट