SITAMARHI : सीतामढ़ी में बाढ़ का साइड इफेक्ट देखने को मिलने लगा है. एक दिन पूर्व आयी प्रलंयकारी बाढ़ ने कइयों के आशियाने उजाड़ दिए हैं. शहर के जानकी नगर स्थित कुष्ट कॉलोनी में रहने वाले सैकड़ो परिवार इससे खासे प्रभावित हैं.
यह वही कॉलोनी है, जिसे सीतामढ़ी के जिलाधिकारी डॉ रणजीत कुमार सिंह ने अपना कॉलोनी बताया था. साथ ही उन्होंने इस कॉलोनी में रहनेवाले लोगों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने पर बल दिया था. लेकिन लखनदेई नदी में आई बाढ़ ने जिलाधिकारी के इस वादे पर पानी फेर दिया है.
कॉलोनी के लोग बाढ़ की वजह से पिछले 24 घंटे से रेलवे ट्रैक पर शरण लिए हुए हैं. इसमें दो सौ परिवार शामिल हैं जिनकी सुध लेनेवाला कोई नहीं है. यहाँ तक की चौबीस घंटे से भूख प्यास से बिलखते बच्चों की आवाज सुनने के लिए भी किसी को फुर्सत नहीं है. News4Nation की टीम जब इस कॉलोनी में पहुँची तो उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा.
बाद में यहाँ की वस्तु स्थिति को देख कर पता चला कि महिलाओं के शौच के लिए यहाँ चलंत शौचालय तक की भी व्यवस्था नहीं की गई है. यहाँ के लोग आसपास के घरों में जा किसी तरह मांग कर अपने बच्चों का पेट भर रहे हैं. ऐसे में इन लोगों के बीच जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है.
सीतामढ़ी से आदित्यानंद आर्य की रिपोर्ट