बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

DTO कार्यालय का अजीबोगरीब कारनामा, मृत व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड की गाड़ी, दर्ज हुआ मामला

DTO कार्यालय का अजीबोगरीब कारनामा, मृत व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड की गाड़ी, दर्ज हुआ मामला

PATNA : पटना DTO कार्यालय का एक अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है। कार्यालय के अधिकारियों ने अपने कारनामे से मृत व्यक्ति को जिंदा कर दिया। जी हां, ये हम नहीं कह रहे बल्कि खुद उस महिला का कहना है जिसके पति की हत्या तकरीबन साल भर पहले हो चुकी है। बता दें कि 19 मई, 2017 को गोपालगंज में भाजपा नेता कृष्णा शाही की हत्या अपराधियों ने कर दी थी। उनकी पत्नी शांता शाही ने बुधवार को डीटीओ कार्यालय पर फर्जी कागजात बनाने का गंभीर आरोप लगाया है। दरअसल पूरा मामला यूं है कि शांता शाही जब अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी, जिसका नंबर BR01PB4906 है,  का बीमा कराने पहुंची तो वहां उन्हें बताया गया कि आपकी गाड़ी का बीमा हो चुका है। 


STRANGE-WORK-OF-THE-DTO-OFFICE-REGISTERED-CAR-IN-THE-NAME-OF-THE-DECEASED-PERSON4.JPG

इतना सुनते ही उनका माथा ठनका और वो भागी-भागी डीटीओ कार्यालय गयीं। कार्यालय में उन्हें पता चलता है कि उनके कारोबार का देखभाल करनेवाला उनका पूर्व मैनेजर सुभाष राय ने गाड़ी अपने नाम करवा ली है। सुभाष राय, गोपालगंज के मिर्जापुर का रहनेवाला है। उसकी कारस्तानी जानकर विधवा शांता शाही जिला परिवहन पदाधिकारी से मिलीं और पूरे मामले की जानकारी दी। शांता शाही ने बताया कि 31 मार्च को ही उनकी गाड़ी का बीमा खत्म हो गया था। 11 जून को जब वो बीमा कराने गयी तो उन्हें पता चला कि गाड़ी सुभाष राय के नाम से रजिस्टर्ड हो गयी है। पता चला कि मेरे मृत पति के नाम पर एफिडेविट कर सारे फर्जी कागजात बनाये गये। 

STRANGE-WORK-OF-THE-DTO-OFFICE-REGISTERED-CAR-IN-THE-NAME-OF-THE-DECEASED-PERSON3.jpg

21 मई को ये काम हुआ। गाड़ी के दस्तावेज में सारे फर्जी कागजात लगे थे। मेरी गाड़ी का बीमा 31 मार्च को ही फेल हो गया था लेकिन फर्जी कागजात में गाड़ी का बीमा 30 मई तक शो कर रहा था। ऐसा लग रहा है कि फर्जीवाड़े के इस खेल में बीमा कंपनी भी शामिल है। बहरहाल, इस संबंध में पीड़िता शांता शाही ने गांधी मैदान थाना में शिकायत दर्ज करा दी है। हालांकि बाद में मामला सही पाये जाने पर पदाधिकारी ने गाड़ी से संबंधित पूर्व के बने सभी कागजातों को कैंसिल कर दिया और फिर से सही कागजात बनाने का आदेश दिया। 

<iframe width="100%" height="auto" src="https://www.youtube.com/embed/6VSrK43fTYw" frameborder="0" allow="autoplay; encrypted-media" allowfullscreen></iframe>

STRANGE-WORK-OF-THE-DTO-OFFICE-REGISTERED-CAR-IN-THE-NAME-OF-THE-DECEASED-PERSON2.jpg

पीड़िता शांता शाही का साफ कहना है कि उन्हें अधिकारियों ने बताया कि किसी ने पैसे लेकर इस तरह की हरकत की होगी लेकिन क्या जितनी आसानी से अधिकारी ने इस मामले को टाल दिया, वो इतना हल्के में लेने का है। इस तरह तो कोई भी किसी की गाड़ी को अपने नाम से ट्रांसफर कर लेगा और फिर संभव है कि उस गाड़ी से किसी वारदात को अंजाम देकर वास्तविक रूप से जो गाड़ी मालिक हो, उसे फंसा दे।

Suggested News