SITAMARHI : केंद्र सरकार की ओर से रेलवे का निजीकरण किए जाने के कारण जेनरल कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे लाखो छात्र छात्राएं आज बेरोजगारी के कगार पर आ गए है. इसी के विरोध में बिहार के सीतामढ़ी में जेनरल कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे हजारों छात्रों का गुस्सा सडकों और स्थानीय रेलवे जंक्शन पर देखने को मिला. जहाँ सैकड़ो की तादाद में छात्र छात्राओं द्वारा रेल मंत्री पीयूष गोयल का अर्थी जुलूस निकाला गया.
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इसके बाद स्थानीय रेलवे जंक्शन पर ले जाकर हिदू रीति रिवाज के अनुसार पुतले का अंतिम संस्कार किया गया. छात्रों का कहना था कि करीब दो तीन साल से सभी जेनरल कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे है. पिछले वर्ष रेलवे ग्रुप-डी और टेक्निकल एग्जाम में नंबर कम आने के कारण लाखों छात्र छात्राएं नियुक्ति से वंचित रह गए थे.
जिसके बाद सभी फिर से जेनरल कॉम्पिटिशन की तैयारी में लग गए थे. ऐसे में सरकार द्वारा रेलवे का निजीकरण किये जाने के कारण सभी बेरोजगारी के कगार पर पहुँच गए है. उनकी वर्षो की मेहनत पर केंद्र सरकार ने पानी फेर दिया है.
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इंग्लिश कमजोर होने के कारण वे बैकिंग/एसएससी की तैयारी नही कर सकते है. ऐसे में रेलवे का निजीकरण किया जाना लाखों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जाना है.
सीतामढ़ी से आदित्यानंद आर्य की रिपोर्ट