News4nation desk : कोरोना वायरस ने लोगों के अंदर ऐसा खौफ पैदा कर दिया है कि अब वर्षों एकसाथ गुजारने और हर सुख-दुख में एक दूसरे का साथ देने वाले लोग भी अब एक-दूसरे से भागने लगे है। आलम यह है कि मौत होने पर भी साथ नहीं दे रहे। एक ऐसा ही वाकया झारखंड के बोकारो जिले से सामने आया है।
लॉकडाउन में ट्रक से महाराष्ट्र से घर लौट रहे बोकारो एक मजदूर की रास्ते में ही मौत हो गई। मौत के बाद उसके साथ ट्रक में सफर कर रहे उसके साथी उसकी लाश को रास्ते में छोड़कर निकल गये।
बताया जा रहा है कि बोकारो के नारायणपुर के प्रवासी मजदूर 36 वर्षीय बैजनाथ महतो अपने साथियों के साथ महाराष्ट्र से ट्रक द्वारा बोकारो लौट रहा था। उसी दौरान रास्ते में ही बिहार के सासाराम में उकी मौत हो गई। लेकिन कोरोना के डर से उसके शव को सासाराम में ही छोड़ कर साथ आ रहे मजदूर अलग हो निकल गए। बाद में मौत की खबर साथियों ने ही मृतक के परिजनों को फोन पर दी।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक बैजनाथ विगत 10 वर्षों से महाराष्ट्र के ठाणे के कुडूस नगर स्थित एक सरिया कंपनी में कार्यरत था। बैजनाथ के साथियों ने बताया कि उसकी तबीयत बीते दो दिनों से खराब चल रही थी। उसके साथ आ रहे एक मजदूर ने कहा कि एक साथ ट्रक पर 60 मजदूर आ रहे थे। बैजनाथ को बुखार था।