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BIG BREAKING: चीनी मिल प्रबंधन ने 600 लोगों को नौकरी से हटाया, किसानों का भी है करोड़ों का बकाया

BIG BREAKING: चीनी मिल प्रबंधन ने 600 लोगों को नौकरी से हटाया, किसानों का भी है करोड़ों का बकाया

सीतामढ़ीः कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर देश भर में लॉकडाउन है।लॉकडाउन की वजह से सारे काम-धंधे बंद हैं।पीएम मोदी ने कंपनी के मालिकों से आह्वान किया था कि किसी कर्मी को काम से हटाया न जाए।निजी फैक्ट्रियों की हालत खराब होते जा रही है।वित्तीय संकट में फंसे फैक्ट्री के मालिक अब कर्मियों को हटाने लगे हैं.कुछ दिन पहले पटना सिटी की एक बिस्कुट फैक्ट्री में ताले लटक गए।जिससे सैकड़ों कर्मी बेरोजगार हो गए तो अब एक चीनी मिल ने 600 कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

सीतामढ़ी के रीगा चीनी मिल ने अपने 600 कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. मिल प्रशासन ने इस बारे में नोटिस जारी कर दिया है. चीनी मिल प्रशासन ने एक नोटिस जारी किया है, जिसमें अगले दो महीने के लिए अपने कर्मियों से काम न लेने की बात कही गई है.रीगा चीनी मिल प्रबंधन ने 'काम नहीं तो पैसा नहीं' के आधार पर नोटिस जारी किया है. नोटिस में यह भी कहा गया है कि दो महीने की इस अवधि को आगे भी बढ़ाया जा सकता है.

चीनी मिल द्वारा जारी इस नोटिस के बाद कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई है. रीगा चीनी मिल प्रबंधन काफी  समय से घाटे में चलने का दावा कर रही है. लॉक डाउन में मील प्रबंधन द्वारा अचानक नोटिस चस्पा कर कह दिया गया कि अगले दो महीनों तक काम नहीं होगा। 

चीनी मिल वकर्स यूनियन के महामंत्री मनोज कुमार का कहना है कि हम लोगों ने शनिवार तक काम किया है. दो महीने काम से हटाने या फिर दूसरे किसी फैसले की जानकारी ना तो कर्मियों को दी गई और ना ही यूनियन को कोई सूचित किया गया. जब वे लोग मिल पर आए तो इस नोटिस को चीनी मिल के गेट पर पहुंचे तो नोटिस चिपका हुआ पाया .

रीगा चीनी मिल प्रशासन द्वारा इस नोटिस को जारी करने के बाद चीनी मील के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया गया है. चीनी मिल के अधिकारियो से भी बात नहीं हो रही.चीनी मिल के इस फैसले के बाद सीतामढ़ी प्रशासन भी इस मामले में कोई रूचि नहीं ले रहा है. सीतामढ़ी के रीगा चीनी मिल में काम करने वाले कर्मी बहुत परेशान हैं. इस नोटिस के बाद से तकरीबन 600 कर्मी रातोंरात सड़क पर आ गये हैं. गौरतलब है कि सीतामढ़ी के रीगा चीनी मिल पर सीतामढ़ी के गन्ना उत्पादक किसानों का भी तकरीबन 112 करोड़ रुपया बकाया है .

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