PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव से पांच सवाल पूछे हैं। मोदी ने पूछा है कि लाकडाउन में फँसे मजदूरों के लिए 1000 ट्रेनों का किराया क्यों नहीं दिया? आज जो बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं, वे गरीबों की मुसीबत के वक्त कहां छिपे थे?
उन्होंने सवाल पूछा कि लाकडाउन के समय एनडीए सरकार ने दिल्ली, राजस्थान, गुजरात जैैसे विभिन्न राज्यों में फँसे बिहार के 22 लाख से ज्यादा मजदूरों और छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए 1600 ट्रेनें स्पेशल ट्रेन चलायी। किसी से किराया नहीं लिया गया। राजद ने 3000 हजार बसें भेजने और कांग्रेस ने 1000 ट्रेनों का किराया देने का जो वादा किया था, उसका क्या हुआ?
मोदी ने दूसरा सवाल पूछा कि बिहार लौटे 16 लाख मजदूरों को 14 दिन तक क्वरंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था राज्य सरकार ने की। राजद-कांग्रेस ने मजदूरों की मदद के लिए क्या किया? वे घर लौटे मजदूरों को स्टेशन पर केवल माला पहना कर फोटो खिंचवाना क्यों चाहते थे? सरकार ने क्वरंटाइन सेंटर में रहने वाले मजदूरों के जांच, इलाज, नाश्ता-भोजन का इंतजाम किया। भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए खुद मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मानीटरिंग की। जब मजदूर लौट रहे थे या क्वरंटाइन सेंटर में थे, तब राजद के नेता प्रदेश से बाहर क्या कर रहे थे? क्वरंटाइन सेंटर में 14 दिन बिताकर घर जाने वालों को चटाई, मच्छरदानी, धोती-साड़ी को मुफ्त दिये गए। प्रत्येक व्यक्ति पर सरकार ने 5,330 रुपये खर्च किये।जो लोग चुनाव के समय बड़े़-बड़े वादे कर रहे हैं, उन्होंने मजदूरों की क्या मदद की ?
एनडीए सरकार ने जल-जीवन-हरियाली मिशन के तहत 6 लाख मजदूरों को उनके घर के पास काम दिया।26 साल की उम्र करोड़ों रुपये मूल्य की बेनामी सम्पत्ति बनाने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव ने कितने गरीब परिवारों को राशन भिजवाया?