PATNA: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जेल में बंद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के संपत्ति जमा करने की भूख पर 'लालू लीला' शीर्षक से तीन सौ पन्नों की किताब लिखी है। 11 अक्टूबर को इसका विमोचन बीजेपी के कई दिग्गज नेताओ की मौजूदगी में होगा.
मोदी- लालू का रिश्ता
सुशील मोदी का लालू यादव से करीब 40 सालों का रिश्ता रहा है. पटना यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति से लेकर जेपी आंदोलन तक और 90 में विधानसभा में पहली बार निर्वाचित होकर आने के बाद से मोदी और लालू यादव राजनीति में कभी एक साथ नहीं आए। किताब में सुशील मोदी ने लिखा है की कैसे पहली बार नेता प्रतिपक्ष की कुर्शी संभालने के बाद मोदी ने लालू के भ्रष्टाचार के खिलाफ जो अभियान चलाया उसके बाद लालू आज जेल में हैं.
पहले भी लिखी है किताब
सुशील मोदी की यह दूसरी किताब है . करीब दो साल पहले उनकी पहली किताब 'बीच समर में' आई थी, जिसमें इमरजेंसी के दौरान उनके जेल से जुड़े कई रोचक किस्से दर्ज हैं. लालू लीला किताब में अप्रैल 2017 में मॉल, मिट्टी घोटाले से शुरू होकर करीब 100 दिनों के उस अभियान की कहानी है, जिसने जुलाई 2017 में दोबारा नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के साथ ही बिहार में सत्ता की तस्वीर बदल गई. गौरतलब है कि मोदी का लालू से छात्र जीवन का रिश्ता रहा है. लालू यादव जब पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए तो सुशील कुमार मोदी भी उनके साथ महासचिव बने थे. जेपी आंदोलन में भी दोनों ने साथ संघर्ष किया था.