बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

सुशील मोदी का सीएम पर करारा हमला, कहा-नीतीश अब राजनीतिक बोझ हो चुके हैं

सुशील मोदी का सीएम पर करारा हमला, कहा-नीतीश अब राजनीतिक बोझ हो चुके हैं

पटना-राजनीति में न कोई स्थायी दोस्त होता है और नहीं स्थायी दुश्मन. एनडीए से नाता तोड़ कर नीतीश ने लालू प्रसाद से मिलकर फिर सरकार बनाया. अब फिर से नीतीश के एनडीए में वापसी के कयास लग रहे हैं. वहीं भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार नाक भी रगड़ लें फिर भी भाजपा का दरवाज़ा उनके लिए नहीं खुलेगा. नीतीश मंत्रिमंडल में कभी उपमुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश अब एक राजनीतिक बोझ हो चुके हैं और जो बोझ बन चुका है उसको ढ़ोने का काम भाजपा क्यों करेगी.वही नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार को कौन वापस ले जा रहा है? बिहार के लोग उन्हें स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं और उनके साथ वालों का डूबना तय है.

 वहीं, नीतीश कुमार ने कहा कि आपको पता है कि हमने विपक्षी गठबंधन को एकजुट किया है. एनडीए में लौटने के प्रशन पर नीतीश ने कहा कि कौन क्या बोलता है, वह मुझे पता नहीं. उन्होंने कहा कि कौन क्या बोलता है, इससे हमें मतलब नहीं है, हम हर रोज की तरह काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कौन क्या करते रहता है, इससे मुझे क्या लेना देना है, इसमें मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है, मैं तो विपक्षी एकता को मज़बूत करे में व्यस्त हूं.नीतीश कुमार ने  कहा कि वह संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के आरक्षण के समर्थन में हैं, पर इसमें अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) और आर्थिक रूप से पिछड़ी जाति (ईबीसी) के लिए पर्याप्त प्रतिनिधित्व के प्रावधान होने चाहिए. सीएम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान केंद्र से जनगणना कराकर महिला आरक्षण विधेयक के प्रस्तावों को लागू करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने और जाति जनगणना की उनकी लंबे समय से जारी मांग पर विचार करने का आग्रह किया. नीतीश ने कहा कि ‘‘मैं महिला आरक्षण के समर्थन में रहा हूं. उन्हें प्रतिनिधित्व का आश्वासन क्यों नहीं दिया जाना चाहिए? जब मैं संसद का सदस्य था तब मेरे भाषण इसको लेकर मेरे रुख की गवाही देंगे.

बहरहाल बिहार में नीतीश की राजनीति की संभावना पर सियासत गरमाई हुई हैं. कयासों का बाजार गर्म है, ऐसे में आने वाला समय हीं बताएगा कि ऊंट किस करवट बैठता है.


Editor's Picks