PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने एनआरसी को लेकर जेडीयू की मतभिन्नता को स्वाभाविक बताया है। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के व्यापक हित में भाजपा-जदयू साथ रहे, लेकिन दूसरे राज्यों में हम अलग चुनाव लड़ते रहे। दोनों दल संसद के भीतर और बाहर राष्ट्रीय मुद्दे पर अलग-अलग राय भी प्रकट रहे। यदि दो दलों का विलय नहीं, सिर्फ मुद्दा आधारित गठबंधन हुआ है, तो मतभिन्नता स्वाभाविक है।
सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग इसे मन-भेद साबित करना चाहते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि जब गठबंधन को प्रभावित किये बिना धारा 370 और राम मंदिर जैसा जटिल मुद्दा सुलझ सकता है, तब हम आगे भी जो मुद्दे आएंगे, उनका हल करते रहेंगे।बिल्लियों के भाग्य से छींके नहीं टूटते।
उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू गठबंधन बीच के कुछ वर्षों को छोड़कर बीस साल पूरे करने वाला है। दोनों दल कुछ मुद्दों पर मतभेद के बावजूद विकास के रोडमैप पर पूरी तरह एकमत और एकाग्र रहे हैं। इससे गरीबी दूर करने में मदद मिली और पिछडों को न्याय मिला।
सुशील मोदी ने कहा कि इसी गठबंधन की बदौलत बिहार का विकास हुआ।एनडीए सरकार में राज्य का बजट यदि 36000 करोड़ से बढ़ कर 1 लाख 77 हजार करोड़ तक पहुंचा है, तो क्या यह बिना आपसी समझदारी के ही संभव हुआ है?