DESK: तालिबानी कब्जे के बाद अफगानिस्तान की स्थिति धीरे-धीरे बदतर और भयावह होती जा रही है। हजारों की संख्या में फंसे लोग अपने देश वापस आने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। आपको बता दें इस वक़्त बड़ी संख्या में भारतीय वहां फसे हुए हैं, जिन्होनें वापस आने के लिए एंबेसी सहित सोशल मीडिया पर गुहार लगाई है।
इसी बीच मंगलवार को भारतीय विमान काबुल पहुंचा, जहां से कई भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया। इसके बावजूद कई लोग वहां फंसे हुए हैं, जिन्हें अपनी जान खोने का डर पल-पल सता रहा है। राजधानी काबुल में उत्तर प्रदेश के 18 कर्मचारी फंसे हुए है , जिन्होंने रो-रो कर सरकार से मदद की गुहार लगायी है।
फैक्ट्री में फंसे भारतीय कामगार
भारतीय कामगारों का कहना का है कि कंपनी ने उनका पासपोर्ट रख लिया है और उन्हें वापस नहीं जाने दिया जा रहा है। उनका कहना है, ‘वो फिलहाल किसी तरह से अपने कंपनी में सेफ है, लेकिन आगे की कोई गारंटी नहीं है। इसी डर से वह सरकार से उन्हें निकालने की गुहार लगा रहे हैं’| वो लोग वह काबुल की स्टील कंपनी में काम करते हैं। इसपर कंपनी ने कहा है कि उनकी मर्जी के बिना कोई भी नहीं जा सकता है।
फंसे लोगों में अधिकतर लोग उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, चंदोली, गाजीपुर के हैं। वहां फंसे लोगों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है और वो लगातार सरकार से मदद की विनती कर रहे हैं।
मदद के लिए कदम उठा रहा अमेरिका
अमेरिका ने सोमवार को कहा कि वह हवाई अड्डे को सुरक्षित करने और अमेरिकी नागरिकों, साथ ही स्थानीय रूप से कार्यरत कर्मचारियों और उनके परिवारों को निकालने के लिए कदम उठा रहा है। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए अमेरिका बीच-बीच में काबुल एअरपोर्ट पर हवाई फायरिंग भी कर रहा है।