KATIHAR : बिहार में चरमराती शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शिक्षा विभाग नये-नये प्रयोग कर रहा है। टीचर सही समय पर स्कूल में उपस्थित रहें, इसके लिए विभाग ने कमर कस ली है। अब शिक्षकों की हाजिरी के लिए सेल्फी का सहारा लिया जायेगा। 'सेल्फी विद स्टूडेंट' के जरिए शिक्षा विभाग छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक-शिक्षिकाओं की हाजिरी का नायाब तरीका ढूंढ निकाला है।
शिक्षकों ने नये प्रयोग को सराहा
कटिहार के मिरचाईबाड़ी मिडिल स्कूल के शिक्षकों ने सेल्फी विद स्टूडेंट प्रयोग को सराहा है। शिक्षकों का कहना है कि इससे समय पर स्कूल आने की प्रवृत्ति बढ़ेगी और अनुशासन कायम होगा। बच्चे भी समय से स्कूल आयेंगे। बच्चों की उपस्थिति कम होने से पढ़ाई बाधित होती है। ज्यादा बच्चे स्कूल आयेंगे तो शिक्षकों को भी पढ़ाने में मन लगेगा।
साढ़े 9 बजे तक आ जाना है सभी को
सुबह साढ़े 9 बजे तक बच्चों और शिक्षकों को स्कूल आ जाना है। बाल संसद द्वारा लाइन लगाकर प्रार्थना का संचालन करना है। उसी वक्त सेल्फी लेकर तस्वीर संबंधित अधिकारियों के पास भेज देना है। इस नायाब प्रयोग से सभी खुश दिखे।
1 अक्टूबर से लागू है सेल्फी विद स्टूडेंट
अब स्थिति यह है कि प्रार्थना की घंटी के साथ ही शिक्षक-शिक्षिकाएं छात्र-छात्राओं के साथ सेल्फी खिंचवाने के लिए आतुर रहती हैं। दरअसल इसके पीछे शिक्षा विभाग की उस फरमान का असर है, जिसे 1 अक्टूबर से बिहार के विद्यालयों में लागू कर दिया गया है। इधर, शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी का कहना है कि निश्चित तौर पर इस प्रयोग से शिक्षक समय से स्कूल आयेंगे। साथ ही शिक्षकों के सही समय पर विद्यालय पहुंचने के मामले को लेकर CRC के माध्यम से विभाग को भी सहूलियत होगी।