DESK : देहरादून में फिर दुष्कर्म की घटना हुई है। यहां आईएसबीटी में खड़ी रोडवेज की बस में पंजाब की एक किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने आईएसबीटी से किशोरी को रेस्क्यू किया। फिलहाल, देहरादून आईएसबीटी पर किशोरी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आईएसबीटी पर किशोरी 13 अगस्त की शाम को बदहवास हालत में मिली थी। सहमी किशोरी ने मौके पर कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसकी काउंसलिंग कराई गई, तो घटना का खुलासा हुआ। काउंसलिंग में पता चला कि किशोरी के साथ बस में सामूहिक दुष्कर्म किया गया है।
किशोरी पंजाब की रहने वाली है। वह उस समय पंजाब से दिल्ली फिर मुरादाबाद ओर फिर देहरादून पहुंची थी। पटेलनगर इंस्पेक्टर केके लुंठी ने बताया कि मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसएसपी अजय सिंह ने प्रेसवार्ता कर बताया कि बस के कर्मचारी किशोरी को दिल्ली से देहरादून लेकर आये थे। इसी बस में पांच लोगों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। आरोपी दो बस ड्राइवर, एक कंडक्टर, एक कैशियर और एक सफाई कर्मचरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उत्तराखंड से अनुबंधित बस को भी बरामद कर कब्जे में ले लिया है।
आरोपियों में धर्मेंद्र कुमार(32) पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, देवेंद्र(52) पुत्र फूलचंद निवासी चुड़ियाला, भगवानपुर, हरिद्वार, रवि कुमार(34) पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना - नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, यूपी, राजपाल(57) पुत्र स्व. किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार और राजेश कुमार सोनकर(38) पुत्र लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, देहरादून शामिल है।
नर्स की रेप के बाद हुई थी हत्या
वह 30 जुलाई की शाम को अस्पताल से निकली थी और सीसीटीवी फुटेज में रुद्रपुर के इंद्र चौक से ई-रिक्शा लेते देखी गई, लेकिन उत्तर प्रदेश के बिलासपुर में काशीपुर रोड पर अपने किराए के घर पर नहीं पहुंची। 9 दिन बाद 8 अगस्त को उत्तर प्रदेश पुलिस को उसका शव डिबडिबा गांव में उसके घर से लगभग 1.5 किमी दूर एक खाली प्लॉट में मिला।