पटना- बिहार में लोकसभा चुनाव के साथ ही सियासी पारा तेजी से चढ़ने लगा है. महागठबंधन टूटने के बाद प्रशांत किशोर की लालू से मुलाकात वाली बात पर पीके ने सफाई दी.
प्रशांत किशोर की इस सफाई पर तेजस्वी यादव ने सख्त लाइन ले लिया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि प्रशांत किशोर नीतीश कुमार को गुरू होंगे, वो हमारे गुरू बनने की कोशिश न करें. तेजस्वी यादव ने कहा कि कब कौन मिलने आया था उसके बारे में मुझे पूरी जानकारी है. तेजस्वी यादव ने यह दावा किया है कि हमलोग सबूत के आधार पर बात करते हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रशांत किशोर बिना मकसद के किसी से मिलने नहीं जाते हैं साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रशांत किशोर उस वक्त क्या ऑफर लेकर आए थे उसक बारे में सब पता है.
नीतीस कुमार ने भेजा था दूत
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश जी ने कई बार अपने दूत को भेजा था.लालू जी के पास मेरे पास भी साथ ही कांग्रेस के कई नेताओं के पास भी नीतीश कुमार ने अपने दूत भेजे थे, वह वापस महागठबंधन में आने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन हमलोगों ने नीतीश कुमार को गठबंधन में शामिल करने से मना कर दिया था.