बता दें शराबबंदी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल समीक्षा बैठक बुलाई थी, जिसमें पहली बार सीएम ने भी माना कि पटना सहित बिहार में कई जगहों पर शराब की बिक्री हो रही है। इस दौरान सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि बिहार में सख्ती से शराबबंदी लागू किया जाएगा। बैठक में इस बात पर फैसला लिया गया है कि अगर कहीं शराब जब्त होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित थाना के थानेध्यक्ष की होगी और उन्हें तत्काल सस्पेंड कर दिया जाएगा। साथ ही एसपी को भी शो-कॉज किया जाएगा। लेकिन बैठक के बाद खुद सीएम सामने नहीं आए और अधिकारियों को आगे कर दिया। जिसको लेकर अब तेजस्वी यादव ने उन्हें सवालों से बचनेवाला डरपोक नेता बता दिया है।
कल पूछे थे 15 सवाल
तेजस्वी यादव ने एक दिन पहले शराबबंदी को लेकर 15 सवाल किए थे, जिनमें उन्होंने पूछा था कि बिहार में शराबबंदी को अब तक कितनी बैठक हुई और उनमें जो फैसले लिए गए, उसके क्या परिणाम रहे। अब तक जो भी कार्रवाई की गई, उनमें छोटे स्तर के पुलिसकर्मियों पर ही कार्रवाई क्यों की गई। किसी बड़े अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई, जबकि इसके लिए वह सबसे बड़े जिम्मेदार थे। ऐसे कई सवाल तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम से पूछे थे।