PATNA : अग्निपथ योजना को लेकर पूरा विपक्ष एक साथ उतर आया है और सेना बहाली के इस नए फैसले को लेकर वापसी की मांग की तेज हो गई है। वहीं भाजपा ने विरोध करनेवाले नेताओं को माकूल जवाब देने के लिए मोर्चा संभाल लिया है।
पार्टी प्रवक्ता राम सागर सिंह ने योजना का विरोध करनेवाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इनके कारण दुश्मन देशों को मौका मिलता है कि वह भारत के खिलाफ अपनी गतिविधियों को अंजाम दे सकें। नेहरू जी चीन के साथ दोस्ती निभाकर भारत का जो हश्र किए, वह सबके सामने है। आज राहुल गांधी भी सेना के फैसले पर सवाल उठाकर कहीं न कहीं चीन की मदद कर रहे हैं।
1989 से हो रहा था मंथन
राम सागर सिंह ने बताया कि यह रातों रात लिया गया फैसला नहीं है। इस पर 1989 से काम किया जा रहा था। सेना उन सभी देशों पर नजर रख रही थी कि इस योजना का रिजल्ट कैसा है। उन देशों से मिले फिडबैक के आधार पर सेना ने इस अग्निपथ योजना को लागू करने का फैसला किया है।
यह पूरी तरह से सेना का निर्णय
राम सागर सिंह ने उन सवालों का भी जवाब दिया जिसमें तेजस्वी यादव ने यह पूछा था कि सेना के काम में केंद्र क्यों दखल दे रही है। भाजपा प्रवक्ता ने साफ किया कि यह योजना पूरी तरह से सेना का है और इसमें केंद्र की भूमिका सिर्फ उसका समर्थन करने तक सीमित है।
देशहित में सेना कभी गलत फैसले नहीं लेगी
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कुछ पार्टियों द्वारा देश के युवाओं को सेना के खिलाफ भड़काने की कोशिश की जा रही है। मैं यह कहना चाहूंगा कि सेना का फैसला हमेशा से ही देशहित में होता है। वह कभी ऐसे निर्णय नहीं लेगी, जिससे देश को नुकसान उठाना पड़े। लोगों को यह बात समझनी होगी और ऐसे लोगों का विरोध करना होगा, जो इस योजना का विरोध कर दुश्मन देशों की मदद कर रहे हैं।
नहीं वापस होगी योजना
इन सबके बीच तीनों सेना प्रमुख ने भी यह साफ कर दिया है कि अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाएगा और उसे सेना में लागू किया जाएगा।