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उपेन्द्र कुशवाहा की राह चले तेजस्वी यादव, राजद के नेता से लेकर कार्यकर्ता तक करेंगे उपवास,2 घण्टे परिवार के साथ करेंगे अनशन

उपेन्द्र कुशवाहा की राह चले तेजस्वी यादव, राजद के नेता से लेकर कार्यकर्ता तक करेंगे उपवास,2 घण्टे परिवार के साथ करेंगे अनशन

PATNA: नीतीश सरकार को नींद से जगाने के लिए उपेन्द्र कुशवाहा के बाद अब तेजस्वी यादव की पार्टी राजद के नेता भी अनशन पर बैठेंगे।राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अपने सभी कार्यकर्ताओं को पत्र लिखा है।राजद नेतृत्व ने अपने सभी नेताओं-कार्यकर्ताओं को 1 मई के दिन परिवार के साथ 2 घंटे तक अनशन करने का फऱमान दिया है।बता दें कि  जिस मुद्दे पर राजद के नेता 1 मई को अनशन करने वाले हैं उसी मुद्दे पर उनके सहयोगी उपेन्द्र कुशवाहा 25 अप्रैल को हीं अनशन कर चुके हैं.

प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में कहा है कि आसमानी (दैनिक) आपदा से निराकरण या निकल पाने के लिए ही संस्थाओं का निर्माण समाज ने किया है। सरकार समाज द्वारा निर्मित सर्वोच्च संस्था होती है, जिसकी जिम्मेवारी होती है कि आसमानी आपदा चाहे, आंधी हो, तुफान हो, सुनामी हो, ओलावृष्टि हो, अतिवृष्टि हो, बाढ हो या किसी तरह की व्याधि (रोग) हो जहां जनजीवन विपत्ति में पड़े वहां सरकार अपनी पूरी ताकत से खड़ी होकर सम्भावित बचाव करे।

मगर ऐसे समय में सरकार स्वयं समस्या पैदा करने लगे तब जनता को मुखर होना पड़ता है। करोना की व्याधि से दुनिया पीड़ित है। भारत भी पीड़ित है, पीड़ित बिहार की पीड़ा उनके सर पर बढ़ती जा रही है। राष्ट्रीय जनता दल एवं प्रतिपक्ष के नेता व्यथित एवं चिंतित हैं कि आखिर बिहार सरकार इस तरह की अमानवीय व्यवहार क्यों कर रही है।25 लाख से ऊपर मजदूर भारत के हर हिस्से में अनाथ की तरह पड़े हुए हैं। अच्छी शिक्षा की तलाश में बाहर गये विद्यार्थी बेवस होकर अपने साथ हो रहे व्यवहार से दुखित हैं। मजदूर कार्य के अभाव में भूख से बिल-बिला रहे हैं। मजदूरों एवं विद्यार्थियों के अभिभावक सरकार से निराश हैं असमय की बारिश एवं ओलावृष्टि ने ग्रामीणों के फसल को नष्ट कर दिया है।


बिहार सरकार आराम से मुख्यमंत्री आवास में सोई हुई है। प्रत्येक राज्य सरकारें अपने नागरिकों को चाहें वे मजदूर हों या विद्यार्थी या पर्यटक या धार्मिक यात्रा पर निकले हो, इस लाॅकडाउन में अपने नागरिकों को अपने-अपने घर में लाकर मुशिकल की घड़ी में सभी इन्तेजाम कर रही है। अन्य सरकारें अपने जनता की हिफाजत में लगी है, मगर बिहार सरकार लोगों को पीड़ा पहुंचाने में आनन्द महसूस कर रही है। क्या यह सुल्तानी आपदा नहीं है। साथियों इंसान जब कष्ट में पड़ता है तो माँ की गोद या अपनी धरती माँ को याद करती है। बाहर पड़े लोग अपनी धरती माँ की गोद में अपने परिवार के साथ होकर इस आपदा का सामना करना चाहते हैं तब बिहार का सुल्तान अपने सनक के साथ क्यों जिद्द पर अड़ा है।

राजद ने 13 मार्च को अपने प्रशिक्षण शिविर से लेकर बेरोज़गारी हटाओ यात्रा सहित सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए। श्री तेजस्वी जी ने अपनी राजनीतिक दौरा को रोक दिया तथा शुरू से हीं राज्य में भाईचारा बना रहे, किसी तरह का अवरोध सरकार के काम में न आवे, हर कदम का समर्थन के साथ सहयोग करते आए हैं। अचानक हुए लाॅकडाउन के चलते दिल्ली में रूके हैं मगर वहीं से अन्य राज्यों में रहने वाले बिहारी भाईयों के लिए राशन, साधन देते एवं दिलाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। लगातार जनहित में बिहार सरकार से मांग करते रहे हैं कि बिहार का कोई भी व्यक्ति जहां भी हो अपनी धरती पर आने का अवसर दिया जाय तथा भूख से किसी को मरने नहीं दिया जाय।

1 मई को करें उपवास

जगदानंद सिंह ने कहा है कि जनहित के उठाई गई मांग को असंवेदनशील बिहार सरकार असभ्य तरीके से ठुकरा रही है। ऐसे समय राजद ने निर्णय लिया है कि 01 मई, अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस पर हम सभी एक दिवसीय स्वेछिक उपवास के साथ अनिवार्य रूप से सुबह 10ः00 बजे से दिन के 12ः00 बजे तक अपने-अपने निवास पर परिवार के साथ आवश्यक शारीरिक दूरी बनाकर अनशन पर बैठेंगे। सुल्तानी आपदा से बचाव का रास्ता तलाशना आवशयक हो गया है।

तेजस्वी यादव की सहमति से तय हुआ है कार्यक्रम

राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी जी की सहमति से कार्यक्रम तय किया गया है। आमजन भी अपने-अपने परिवार के साथ तथा देश के किसी भी हिस्से में फँसे बिहारी, छात्र और अप्रवासी कामगार भाई भी अपने-अपने घरों और ठिकानों में आवश्यक शारीरिक दूरी बनाकर दो घंटे के अनशन में शामिल होकर निर्दयी शासन/प्रशासन को चेतावनी देने में शामिल हों। याद रहे 01 मई को मजदूर दिवस भी है।

उपेन्द्र कुशवाहा कर चुके हैं अनशन

बता दें कि इसी मुद्दे पर महागठबंधन के दूसरे घटक आरएलएसपी के नेता उपेन्द्र कुशवाहा और उनकी पार्टी के नेता अनशन कर चुके हैं।25 अप्रैल को आरएलएसपी नेता अपने घरों पर 2 घटे तक उपवास रखा और नीतीश सरकार पर अटैक किया.


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