पटनाः तेजस्वी यादव करीब 1 महीने के अज्ञातवास के बाद सोमवार को पटना पहुंचे हैं।उनके पटना आए हुए तीन दिन बीत गए बावजूद इसके नेता प्रतिपक्ष बिहार विधानसभा की कार्यवाही में शिरकत नहीं किया है।राजद बिना सेनापति के हीं मैदान में है।हालांकि राजद अपने सेनापति के सदन नहीं आने के पीछे कुछ दूसरी वजह बता रही है।
तेजस्वी यादव के पटना में रहने के बाद भी सदन की कार्यवाही में शिरकत करने पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सत्ता पक्ष के नेता तो तेजस्वी यादव के गायब रहने पर तो सवाल उठा हीं रहे हैं उनकी पार्टी और गठबंधन के नेता भी तेजस्वी के सदन नहीं पहुंचने पर स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
लेकिन न्यूज4नेशन को जो जानकारी मिली है वो चौंकाने वाली है।लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद सदमे में गए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अब अपने घर में हीं आर-पार के मूड़ में हैं।उन्होंने अपना मैसेज पार्टी सुप्रीमो और अपने पिता लालू प्रसाद को स्पष्ट रूप से दे दिया है।साथ हीं यह भी कह दिया गया है कि जबतक उऩकी बात पर गौर नहीं किया जाएगा तबतक वे पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग नहीं लेंगे।
जानकारी के अनुसार वे इस बात पर अड़े हैं कि पार्टी चलाने के लिए आजादी होनी चाहिए।मतलब यह कि जो लोग राजद में रहकर पार्टी को नुकसान कर रहे हैं उनपर कार्रवाई करने का अधिकार उन्हें मिलनी चाहिए।यानि पार्टी पर वे सीधा नियंत्रण चाहते हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में कई नेताओं की वजह कुछ-एक लोकसभा क्षेत्र में पार्टी को नुकसान का सामना करना पड़ा है।इसलिए वैसे नेताओं पर तेजस्वी यादव कार्रवाई करने के मूड़ में हैं।
हर छोटी-बड़ी घटनाओं पर ट्वीट कर सरकार को घेरने वाले तेजस्वी यादव सोशल मीडिया पर भी करीब-करीब चुप हीं हैं।जानकार बताते हैं कि तेजस्वी यादव की यह चुप्पी बताने के लिए काफी है कि परिवार में सबकुछ ठीक नहीं है।
डाक्टरों की सलाह पर आराम कर रहे हमारे नेता-भाई वीरेन्द्र
हालांकि राजद के वरिष्ठ नेता और विधायक भाई वीरेन्द्र ने इन चर्चाओं को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की घुटने में तकलीफ है। बाहर से इलाज कराकर पटना वापस आए हैं।लेकिन डाक्टरों ने अभी भी आराम करने की सलाह दी है।चिकित्सकों की सलाह से हीं वे आराम कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि तेजस्वी के सदन में नहीं आने की कोई दूसरी वजह नहीं है।