पटना। स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए यह खबर अच्छी भी है और बुरी भी। अच्छी इसलिए क्यों कि टीईटी परीक्षा अब नए शिक्षा नीति के आधार पर आयोजित की जाएंगी। वहीं बुरी इसलिए क्योंकि अब तक जिस सिलेबस के आधार पर अभ्यर्थी तैयारी कर रहे थे, संभव है परीक्षा में उस सिलेबस से जुड़े सवाल न आएं।
दरअसल, पिछले साल केंद्र सरकार के नए शिक्षा नीति को इस साल नए शिक्षण सत्र लागू करने की तैयारी की जा रही है। जिसको लेकर अब TET एग्जाम का पैटर्न बदलने की बात कही जा रही है। जिसे नई शिक्षा नीति के तहत कराने की तैयारी चल रही है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने एक कमिटी बनाई है, जो 31 मार्च 2021 से पहले TET परीक्षा की रूपरेखा तैयार करेगी। नई कमिटी इसमें शामिल होनेवाले पाठ्यक्रम के बिंदुओं को चिह्नित करेगी और इसे आयोजित किये जाने के लिए गाइडलाइन तैयार करेगी। संस्थान ने इसके लिए CBSE और बिहार सरकार समेत सभी राज्यों के शिक्षा विभाग को एक पत्र लिखा है। NCTE ने बिहार सहित सभी राज्यों को यह पत्र और फॉर्मेट भेजा गया है। अब राज्यों से आने वाली जानकारी के तहत TET का नया सिलेबस और गाइडलाइन तैयार की जाएगी। इसके बाद नए गाइडलाइन के अनुसार ही TET की परीक्षा कराई जाएगी।
सभी परीक्षार्थियों की योग्यता की मांगी जानकारी
NCTE ने राज्यों से लास्ट 3 TET एग्जाम का प्रश्नपत्र भेजने को कहा है, जिसमें दोनों पेपर फर्स्ट एंड सेकेंड शामिल हैं। TET का गजट और नोटिफिकेशन कब आया था, इसकी जानकारी तो देनी है साथ ही उसमें राज्यों का नाम और TET परीक्षा के नोडल अफसर का नाम देना है।परीक्षा किस कंडक्ट पर कराई गई थी, इसकी भी पूरी जानकारी मांगी गई है। अभ्यर्थियों की प्रोफाइल और उनसे जुड़ी अन्य जानकारियां भी मांगी गई है, इसमें परीक्षा में शामिल होने और पास हाेने के साथ ही शैक्षिक योग्यता से भी संबंधित जानकारी मांगी गई है।