कटिहार. जिले में आदिवासी समुदाय की एक महिला की मौत के 24 घंटा बाद भी कफन-दफन नहीं मिला। शव जमीन पर लेटे कफन-दफन के लिए तरसते रहे। सरकार की तमाम योजनाओं के बावजूद महज एक कफन के टुकड़े के लिए घर में ही 24 घंटे से अधिक समय तक शव पड़ा रह गया। यह मामले प्राणपुर थाना क्षेत्र के गौरीपुर पंचायत आदिवासी टोला शाह नगर का बताया जा रहा है।
इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि वे लोग इसकी जानकारी मुखिया से लेकर प्रखंड पदाधिकारी तक को दिया, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हुई है। बाद में समाज के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर महिला को कफन-दफन नसीब करवाया।
ग्रामीणों का कहना है कि उस महिला के पति बेंगलुरु में मजदूरी करता है, जबकि एक छोटा बेटा के साथ वह रहती थी। कुछ दिनों से बीमार होने के बाद उनकी मौत हो गयी। ऐसे में सवाल उठता है कि सरकार की योजनाएं अगर सिर्फ कार्यालय के बोर्ड तक ही सीमित रह जाए, तो ऐसी योजनाओं से लाभ लोगों तक कैसे पहुंचेगा।