GOPALGANJ: बीटेक की डिग्री और विदेश में अच्छी खासी सैलेरी. लेकिन युवक ने चुनी दोनों पैरों से दिव्यांग दुल्हन. यह फैसला सुनने वाले हर किसी को आश्चर्यचकित कर सकता है. लेकिन यह किसी फिल्म का दृश्य नहीं है. यह हकीकत में कर दिखाया है गोपालगंज जिले के मांझा प्रखंड के पिठौरा गाँव के निवासी कमलेश कुशवाहा ने.
वह मांझा प्रखंड के अमेठी खुर्द गांव निवासी लालजी भगत के पुत्र हैं जो सऊदी अरब में एक नामी गिरामी कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत है.
कमलेश ने जब सऊदी अरब में जब इंजीनियर के रूप में नौकरी की शुरुआत की. उसके बाद से घरवाले उन पर शादी करने का दवाब बनाने लगे. वह सऊदी अरब से गोपालगंज शादी के लिए ही आया था. इसी बीच किसी ने उसे बगल के गाँव पिठौरी की रहनेवाली प्रियंका कुमारी के बारे में जानकारी दी. वह दोनों पैरों से दिव्यांग थी. लेकिन कमलेश कुशवाहा जाकर प्रियंका से मिले.
प्रियंका का अपने पैरों पर खड़ा होने का जज्बा और उसकी पढाई ने कमलेश को प्रभावित किया. इसे देखते हुए कमलेश ने दिव्यांग प्रियंका से शादी कर जीवन साथी बनाने का फैसला कर लिया. कमलेश के इस कदम को पूरे इलाके में सराहा जा रहा है.