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लीज पर लिए गए पांच दुकान को बेचने का मामला आया सामने, नगर निगम क्षेत्र में सरकारी जमीन और दुकान को अवैध रूप से हथियाने का चल रहा है खेल

लीज पर लिए गए पांच दुकान को बेचने का मामला आया सामने, नगर निगम क्षेत्र में सरकारी जमीन और दुकान को अवैध रूप से हथियाने का चल रहा है खेल

CHHAPRA : नगर निगम क्षेत्र के गुदरी बाजार में लीज पर ली गई जमीन को दूसरे के हाथों बेचने का मामला सामने आया है। इस जमीन पर पांच दुकानें बनी हुई हैं। 2013 में भी यह मामला सामने आया था जिसके बाद तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी ने मामले की जांच कर खरीदने व बेचने वालों पर मुकदमा दर्ज कराने की बात कही थी। उस समय दुकानों में किराये पर रह रहे दुकानदारों ने मुख्य पार्षद व कार्यपालक पदाधिकारी को आवदेन देकर कार्रवाई की मांग की थी। 9 साल बाद एक बार फिर यह मामला गरमाया है मामले ने तब तुल पकड़ा है जब नगर निगम के नगर आयुक्त के द्वारा ही दुकान खाली करने का आदेश तक जागी कर दिया गया है>

बताया गया कि 1 महीने में दो बार नोटिस जारी कर दी गई है। वहीं यह मामला चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर में नगर निगम के लीज की जमीन को दूसरे के हाथों कैसे बेच दिया गया। फिलहाल सारण के प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी को आवेदन देकर दुकानदार इकबाल अहमद मौला अंसारी मनसूर कुरेशी कन्हैया राम और राकेश कुमार ने फरियाद की है। जिसमें कहा गया है कि यह पांचों दुकानदार को नगर निगम द्वारा ही 16 जुलाई 2013 को दुकान आवंटित किया गया था, और अचानक लीज की जमीन को बेचने का खेल शुरू हो गया। इसमें 50 से 60 लाख रुपए का लेनदेन होने का मामला सामने आ रहा है।

ननि की जगह दुकान मालिक ले रहा है किराया

 आवेदन में दुकानदारों ने कहा है कि जमीन के असली लीजदार का देहांत हो चुका है। लीजदार के भगीना ने मालिकाना हक जताते हुए किराया लेना शुरू कर दिया। इससे नगर परिषद को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसी बीच मौका पाते ही लीजदार के भगीना ने लगभग 50 लाख रुपये में जमीन समेत दुकान को बेच दिया है। दुकानदारों ने रजिस्ट्री को रद्द करते हुए दुकानों को बंदोबस्त करने की मांग की थी, ताकि दुकानों का किराया सीधे नगरपालिका को दिया जा सके। इस पूरे मामले में कई ऐसे वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें नगर निगम के अधिकारियों और कर्मियों की मिलीभगत की बातें सामने आ रही है। 

सबसे बड़ी बात है कि हाईकोर्ट ने इस मामले में दोनों पक्षों को सिविल कोर्ट में लड़ने का आदेश दिया है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए फिर अचानक दुकान को खाली कराने का आदेश देना आम लोगों के गले नहीं उतर रहा है। गुदरी बाजार में ही नगर निगम के कई खाली पड़े जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है दुकान तक बना लिया गया है लेकिन नगर निगम के अधिकारी हाथ पर हाथ रख सोए हुए हैं और कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पहले से दुकानदारी कर रहे दुकानदारों को बेरोजगार कर ऑन द रोड करने की तैयारी चल रही है।


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