CHHAPRA : सारण जिले में शिक्षक बनने की सपना देख रहे चयनित नियोजित अभ्यर्थियों को बड़ा झटका शिक्षा विभाग की ओर से लगा है। सारण में 23 फरवरी को जिले के 37 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिलेगा। दरअसल इन 37 अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट में गड़बड़ी पाई गई है।
ये है पूरा मामला
दरअसल जिले में शिक्षक नियोजन में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चक्र के उपरांत चयनित अभ्यर्थियों को 23 फरवरी को नियुक्ति पत्र वितरण किया जाना है। लेकिन इन अभ्यर्थियों के कागजात की जब जांच की गई तो उसमें बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें कई के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं तो कई के दिए गए प्रमाण पत्र जांच में गड़बड़ है।
डीईओ ने कहा -दर्ज होगा एफआईआर
सारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह के मुताबिक जिले में शिक्षक नियोजन के लिए जितने अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। उन अभ्यर्थियों का मैट्रिक,इंटर, स्नातक या ट्रेनिंग सर्टिफिकेट के साथ बीटीईटी और सीटीईटी का सत्यापन किया गया तो उसमें बड़ी गड़बड़ी सामने आई। विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए सीडी या वेबसाइट या पत्र से मिलान किया गया तो उनमें 37 ऐसे अभ्यर्थी ऐसे निकले। जिनका प्रमाण पत्र या तो गलत है या संदेह के घेरे में है। साथ ही कई ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनके खिलाफ तृतीय चक्र के नियोजन के क्रम में विभाग को शिकायत मिली है। उनकी जांच की जा रही है। ऐसे सभी 37 चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र देने पर रोक लगा दी गई है।
साथ ही तृतीय चक्र में अन्य अभ्यर्थियों के खिलाफ मिली शिकायत की जांच चल रही है। इन अभ्यर्थियों को भी 23 फरवरी के दिन नियुक्ति पत्र नहीं दिया जाएगा। जितने भी फर्जी प्रमाणपत्र पाए जाएंगे उनसे संबंधित अभ्यर्थियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई जाएगी। मालूम हो कि प्रारंभिक शिक्षक नियोजन के तहत 3 चरणों में 884 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। सारण में कुल रिक्ति 2223 निर्धारित है