DESK : भारत में जब भी कार की चर्चा होती है, एक कार की तस्वीर जेहन में जरुर उभरती है, वह है एम्बेस्डर कार। पिछले कुछ सालों से एम्बेस्डर कार का प्रोडक्शन बंद हो चुका है। लेकिन अब एम्बेस्डर कार बनाने वाली हिन्दुस्तान मोटर्स कम्पनी मार्केट में फिर से लौटने का फैसला किया है।
यह अब यह इलेक्ट्रिक स्कूटर के साथ एम्बेस्डर इलेक्ट्रिक कार लाने वाली है। की जॉइंट वेंचर से एम्बेस्डर को भारत में फिर से इलेक्ट्रिक में लांच करेगी। हाल ही में द हिंद फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया को फेंच की ऑटो मैन्युफैक्चर प्यूजो के साथ मिलकर काम करते हुए देखा गया है। भारतीय बाजार में 70 के दशक में राज करने वाली एम्बेस्डर, हिन्दुस्तान मोटर्स का भारतीय ऑटो मार्केट में 70% से ज्यादा कब्जा था, एम्बेस्डर कार की पॉपुलेरेटी और ड्यूरेबिलिटी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश का शायद ही कोई राजनेता होगा, जिसके पास एम्बेसडर कार मौजूद नहीं रहा होगा। उस समय प्रधानमंत्री से लेके बड़े-बड़े राजनेता व उद्योगपतियों इससे चलते थे।
समय के साथ बदलाव नहीं करने का हुआ था नुकसान
दशकों तक भारतीय सड़कों पर राज करने वाली एम्बेस्डर कार के साथ नुकसान वाली बात यह रही कि 90 के दशक मे जब बड़ी बड़ी मोटर्स कंपनियां नए नए डिजाईनर गाड़ियां लांच कर रही थी। उस समय एम्बेस्डर निर्माताओं ने कार में कोई बदलाव नहीं किया। जिसके कारण इसके मार्केट में मांग कम होती गई। आखिरकार 2014 में इस कार को डिस्कन्टिन्यू कर दिया गया था क्योंकि हिंदुस्तान मोटर्स लगातार घाटे में आ रही थी। बाद में इसलिए कम्पनी ने प्यूजो (Peugeot) नाम की कम्पनी को एम्बेस्डर का नाम और उसके राइट्स (Ambassador Name And Rights) 80 करोड़ रूपए में बेच दिए थे। लेकिन अब एक बार फिर से एम्बेस्डर की वापसी की तैयारी शुरू हो गई है। इस बार लुक के साथ साथ गाड़ी में नए फीचर्स भी होने की बात कही जा रही है।
दो साल का लग सकता है समय
दोनों कंपनियों के बीच पार्टनरशिप प्रोसेस 3 महीने के भीतर हो जाएगी उसके बाद कम्पनी सबसे पहले इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स पर काम करेगी और उसके बाद ही हमें लेजेंडरी कार एम्बेस्डर (ambassador) 2 सालों के भीतर ही भारतीय बाजार में दिखेगी। इस कार को हिंदुस्तान मोटर्स के चेन्नई मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में ही बनाया जाएगा।
इस तरह का हो सकता है लुक
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह एक इलेक्ट्रिक सेडान (Electric Sedan) कार होगी, जिसका इंटीरियर और एक्सटीरियर पूरी तरह डिफ़रेन्ड होगा और हालांकि कंपनी अपनी पुरानी गलतियों से सीखकर इसका डिजाइन काफी फ्यूचरिस्टिक डिजाइन (Futuristic Design) बना सकती है। कम्पनी के वापसी के निर्णय ने काफी हलचल मचा दी है।
उत्तरपारा प्लांट में बनती थी अम्बेस्डर
हिंदुस्तान मोटर्स के चेन्नई प्लांट में मिटसुबिशी (Mitsubishi Cars) का निर्माण होता था। वहीं कंपनी के पश्चिम बंगाल के उत्तरपारा में अम्बेस्डर कारों की मैन्युफैक्चरिंग होती थी। 2014 में आखिरी बार अम्बेस्डर कार की मैनुफैक्चरिंग उत्तरपारा में हुई थी।