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चिराग की लौ मद्धिम! कोर टीम के सदस्य भी छोड़ने लगे 'चिराग' का साथ... हुलास पांडेय-संजय सिंह ने बनाई दूरी

चिराग की लौ मद्धिम! कोर टीम के सदस्य भी छोड़ने लगे 'चिराग' का साथ... हुलास पांडेय-संजय सिंह ने बनाई दूरी

PATNA:  लोक जनशक्ति पार्टी पर कब्जा को लेकर चाचा-भतीजा के बीच जंग जारी है। चाचा पांच सांसदों को लेकर अलग हो गये और लोकसभा अध्यक्ष ने भतीजे चिराग को हटाकर पारस को लोकसभा में पार्टी का नेता भी घोषित कर दिया। संसदीय दल के नेता पद पर चाचा का कब्जा होने के बाद पार्टी पर कब्जा को लेकर लड़ाई शुरू है। लोजपा पर पकड़ बनाने की लड़ाई में भी चिराग पासवान की लौ धीरे-धीरे कम होने लगी है। जानकार बताते हैं कि चिराग पासवान की कोर टीम के ताकतवर नेता भी कहीं न कहीं पीछा छुड़ाने की जुगत में हैं। इसकी चर्चा तब शुरू हो गई जब दिल्ली में रविवार को चिराग खेमे की बैठक में कोर टीम के दोनों कद्दावर सदस्य गैरहाजिर रहे। उनकी गैरहाजिरी से अब चर्चा तेज हो गई है कि क्या चिराग पासवान की कोर टीम में भी चाचा पारस ने सेंध लगा दी? 

...तो कोर टीम के सदस्य भी छोड़ने लगे साथ ?

रविवार को दिल्ली में चिराग पासवान ने राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक बुलाई थी। बैठक में राष्ट्रीय कमिटी के सदस्य तो शामिल हुए हीं बिहार से भी कई ऐसे नेता पहुंचे थे जो राष्ट्रीय कमिटी के सदस्य नहीं थे। रविवार की बैठक चिराग पासवान ने शक्ति परीक्षण के लिए बुलाई थी। लेकिन चिराग के शक्ति परीक्षण में उनकी चार सदस्यीय कोर टीम के दो सबसे अहम सदस्य गैरहाजिर रहे। चिराग गुट के नेता दोनों को खोजते रहे लेकिन वे कहीं नजर नहीं आये। इसके बाद क्लियर हो गया है कि दोनों दिल्ली में नहीं हैं। चिराग पासवान के बेहद खास माने जाने वाले पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडेय और लोजपा के संगठन प्रभारी संजय सिंह बैठक या अन्य गतिविधियों में दूर-दूर तक नहीं दिखे। इसके बाद कानाफूसी शुरू हो गई। चिराग गुट के नेता आपस में चर्चा करने लगे कि कोर टीम के चार सदस्यों में दो अहम नेता तो दिख ही नहीं रहे। 

हुलास पांडेय-संजय सिंह ने चिराग से बनाई दूरी    

लोजपा में बगावत के बाद पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय तो दिखे ही नहीं हैं। वे न तो वे चिराग पासवान खेमे में दिखे हैं और न पारस खेमे में। बताया जाता है कि हुलास पांडेय तो चिराग पासवान से मुलाकात भी नहीं किये हैं।  चर्चा है कि वे पूर्व सांसद सूरजभान सिंह से लगातार संपर्क में हैं। पूर्व विधायक सुनील पांडेय का पारस खेमे में जाने से यह कयास लगाये जाने लगा है कि भाई हुलास पांडेय भी चिराग पासवान को छोड़ पारस खेमे में जा सकते हैं। चिराग पासवान की कोर टीम के दूसरे महत्वपूर्ण सदस्य हैं संजय सिंह। वे लोजपा के बिहार के संगठन प्रभारी हैं। चिराग पासवान ने उन्हें विस चुनाव के बाद ये अहम जिम्मेदारी दी है। चिराग ने इन्हें 2020 विस चुनाव में मैदान में भी उतारा था। संजय सिंह चिराग पासवान के काफी विश्वासपात्र माने जाते हैं। दिल्ली की मीटिंग में संजय सिंह के भी गैरहाजिर रहने से तरह-तरह की चर्चा शुरू है। वैसे संजय सिंह लोजपा क्राइसिस के दौरान दिल्ली गये थे और चिराग पासवान से मुलाकात की थी। लेकिन रविवार की बैठक में वे मौजूद नहीं रहे। हालांकि हुलास पांडेय और संजय सिंह की तरफ से बताया गया है कि दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक थी। वे इसके सदस्य नहीं हैं लिहाजा बैठक में शमिल नहीं हो सके। लोजपा पर कब्जा की लड़ाई में चिराग पासवान का साथ देने कई नेता दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। ऐसे में दो बेहद खास लोग अगर चिराग पासवान से दूर हैं तो सवाल उठना और चर्चा होना लाजमी है। अगर पारस-सूरजभान सिंह की इन दोनों नेताओं को पाले में लाने की कोशिश सफल हो गई तो यह चिराग के लिए बड़ा झटका के समान होगा। 





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