बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

जिस संगठन पर देश में दंगे भड़काने के आरोप, उसके मंच से पूर्व उप राष्ट्रपति ने भारत के खिलाफ कह दी यह बात

जिस संगठन पर देश में दंगे भड़काने के आरोप, उसके मंच से पूर्व उप राष्ट्रपति ने भारत के खिलाफ कह दी यह बात

DESK : अपने विवादित  बयानों के कारण चर्चित देश के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। इस बार भी चर्चा का कारण उनके द्वारा दिया गया बयान है। हामिद अंसारी ने भारत की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि यहां धार्मिक बहुमत को राजनीतिक एकाधिकार के रूप में पेश करके मजहब के आधार पर असहिष्णुता को हवा दी जा रही है। हामिद अंसारी नेगणतंत्र के मौके पर वॉशिंगटन में आयोजित वर्चुअल इवेंट में यह बातें कहीं। बताया गया कि इस इवेंट का आयोजन भारत में दंगे भड़काने और ISI से जुड़े संगठन ने किया था।

भारत में हुए हेट स्पीच को बनाया मुद्दा

इस कार्यक्रम में भारत के 'बहुलतावादी संविधान का संरक्षण' विषय पर हामिद अंसारी एवं अन्य लोगों ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हेट स्पीच, UAPA एक्ट के कथित बेजा इस्तेमाल और कश्मीरी एक्टिविस्ट खुर्रम परवेज की गिरफ्तारी को लेकर चर्चा की।

इस कार्यक्रम में मौजूद अमेरिकी सांसद एड मार्की ने कहा कि मोदी सरकार भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को कमजोर करने का काम कर रही है। इसके अलावा धर्मांतरण कानून और नागरिकता संबंधी कानून भारत के समावेशी, सेक्युलर संविधान के तहत मिले अधिकारों पर रोक लगाने का काम करते हैं। यह लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के भी खिलाफ है। उन्होंने कहा कि हमने बीते कुछ सालों में भारत में हेट स्पीच के मामले बढ़ने, मस्जिदों में तोड़फोड़ और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं में इजाफा देखा है।

बता दें कि भारत के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी पीएम मोदी के विरोधी रहे हैं। उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद से ही वह लगातार पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की आलोचना करते रहे हैं। वहीं इस कार्यक्रम के आयोजन में 17 अमेरिकी संगठनों के समूह की भूमिका प्रमुख थी। जिनमें एक संगठन इंडियन-अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल भी है। इसे त्रिपुरा सरकार सुप्रीम कोर्ट में दिए अपने एफिडेविट में राज्य में हुए सांप्रदायिक दंगों के लिए जिम्मेदार ठहरा चुकी है। यही नहीं इस संगठन पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े होने का आरोप है।


Suggested News