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उदयमान सुर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय चैती छठ महापर्व का हुआ समापन, घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब

उदयमान सुर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय चैती छठ महापर्व का हुआ समापन, घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब

NALANDA: चैती छठ का आज समापन हो गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष में छठ का त्योहार 2 बार मनाया जाता है। एक पर्व चैत्र माह में और दूसरा कार्तिक माह में मनाया जाता है। दोनों ही त्योहार का अधिक महत्व है। छठ पर्व का महिलाएं अपनी संतान की अच्छे स्वास्थ्य और उन्नति के लिए लगातार 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखती हैं। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को चैती छठ का पर्व मनाया जाता है। यह महापर्व 4 दिन तक मनाया जाता है। आज चैती छठ का चौथा दिन है। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पर्व का समापन हो गया।   

उदयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ संपन्न हो गया चार दिवसीय छठ महापर्व , साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास भी खत्म हो गया। इस मौके सूर्यनगरी बडगांव, औंगरी धाम , बाबा मणिराम अखाड़ा, सोहसराय सूर्य मंदिर, मोरा तालाब समेत जिले के विभिन्न घाटों पर आस्था का  जन सैलाब उमड़ा। लोगों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य प्रदान कर घर व समाज की खुशहाली का आशीर्वाद मांगा। 

अर्घ्य प्रदान करने के लिए अहले सुबह से ही लोग माथे पर दऊरा लेकर छठ गीत गाते हुए घाट पहुंचे। किसी भी आपदा से निपटने के लिए सभी घाटों पर जिला प्रशासन द्वारा बैरकेटिंग के साथ साथ आपात से निपटने के लिए एसडीआरएफ की टीम और स्थानीय गोताखोरों की तैनाती की गई थी। साथ ही मोटर बोट से घूम घूम कर नजर रखी जा रही थी। वहीं मुंगेर के प्रमुख गंगा घाटों सहित जिले के विभिन्न ताल-तलैयों पर व्रतियों ने सूर्य की षष्ठी पूजा कर अपने व्रत को पूर्ण किया। 

जहां परिजनों एवं पड़ोसियों ने व्रती को अनुष्ठान-कार्य में सहयोग किया। प्रसाद का डाला लाने और पूजा के बाद घर तक ले जाने में परिजन सहयोगी रहे। चैत माह में किये जाने वाली सूर्य की षष्ठी पूजा में व्रतियों को अधिक कष्ट होता है।लूऔर गर्म मौसम के बावजूद आस्था उल्लास के बीच मना सूर्योपासना का महान पर्व चैती छठ संपन्न हुआ। अर्घ्य के बाद व्रतियों ने हवन करने के बाद गंगा में दीप दान किया और अदरक गुड़ खाकर पारण किया।

भागलपुर के बरारी पुल घाट ,बरारी सीढी घाट,  मूसहरी कालीघाट ,खिरनी घाट , बुढ़ानाथ घाट में  सुबह चैती छठ को लेकर गंगा घाट पर उगते भगवान भास्कर को अर्ध्य देने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ में पड़ी बरारी छठ घाट पर छठवर्ती के रूप में जगदीशपुर अंचलाधिकारी स्मिता कुमारी भी थी। वे भी हाथ में सुप लेकर भगवान भास्कर का पूजा अर्चना कर रही थी। मौके पर पहुंचे कई श्रद्धालुओं ने उनके सुप में अर्ध्य देकर मंगल कामना की। चैती छठ में घाट की सुरक्षा में राहत बचाव कार्य को लेकर विभिन्न छठ घाटों पर एसडीआरएफ की टीम के अलावे अंचल अधिकारी के द्वारा प्रतिनियुक्ति आपदा मित्र वह गोताखोरों की प्रति नियुक्ति की गई थी। मौके पर आपदा मित्र के अध्यक्ष तुलसी यादव , अमित कुमार ,रूपेश कुमार, आशीष रंजन ,सनी महाल्दार ,मोहम्मद मुस्तकीम ,गोरेलाल ,संजीव कुमार ड्यूटी पर तैनात रहे

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